
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस एक बार फिर से दस्तक दे चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक्टिव केसों की संख्या 4026 पहुंच गई है। इनमें से 50% से ज्यादा मामले केवल केरल और महाराष्ट्र में सामने आए हैं। विशेषज्ञ फिलहाल इसे स्थानीय स्तर पर संक्रमण की स्पाइक (Local Spike) बता रहे हैं, लेकिन लगातार बढ़ती मौतों और संक्रमण दर ने चिंता जरूर बढ़ा दी है।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा केस?
देशभर में कोरोना संक्रमण का फैलाव इस प्रकार है:
- केरल – 1416 एक्टिव केस (सबसे ज्यादा)
- महाराष्ट्र – 494 केस
- गुजरात – 397 केस
- दिल्ली – 393 केस
- कर्नाटक – 311 केस
- पश्चिम बंगाल – 372 केस
- तमिलनाडु – 215 केस
- उत्तर प्रदेश – 138 केस
इसके अलावा अन्य राज्यों में भी हल्की वृद्धि दर्ज की गई है।
अब तक कोरोना से 38 लोगों की मौत
अब तक कोरोना से 38 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 31 मौतें बीते 4 दिनों में हुई हैं। सिर्फ पिछले 24 घंटों में ही 5 लोगों की जान चली गई।
केरल: 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत (डायबिटीज, हार्ट डिजीज जैसी बीमारियां थीं)
महाराष्ट्र: 2 महिलाओं की मौत (70 व 73 वर्ष की उम्र, दोनों को डायबिटीज और हाई बीपी था)
तमिलनाडु: 69 वर्षीय महिला की मौत (डायबिटीज और पार्किंसन डिजीज से ग्रसित)
पश्चिम बंगाल: 43 वर्षीय महिला की मौत (किडनी फेलियर और हार्ट अटैक)
अलर्ट पर सभी अस्पताल
- दिल्ली के बड़े अस्पतालों जैसे RML और सफदरजंग में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
- RML अस्पताल ने 9 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है।
- डॉक्टरों का कहना है कि अभी के मामलों में लक्षण गंभीर नहीं हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।
- सभी मरीजों में हल्के सर्दी-खांसी जैसे सामान्य लक्षण देखे जा रहे हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट की टिप्पणी
दिल्ली हाईकोर्ट ने कोविड की संभावित अगली महामारी को लेकर चेतावनी दी है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से सैंपल कलेक्शन और ट्रांसपोर्ट पॉलिसी की तैयारी पर जवाब मांगा है। कोर्ट का कहना है कि, महामारी खत्म नहीं हुई, इसे अभी भी गंभीरता से लेना जरूरी है।
देश में मिले कोरोना के 4 नए वैरिएंट
ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल के अनुसार, देश में चार नए वैरिएंट सामने आए हैं –
- LF.7
- XFG
- JN.1 (भारत में सबसे कॉमन)
- NB.1.8.1 (तेजी से फैलने वाला, वैक्सीन इम्युनिटी को भी चकमा दे सकता है)
WHO ने इन वैरिएंट्स को “अभी खतरनाक नहीं” लेकिन निगरानी योग्य श्रेणी में रखा है।
सरकार की तैयारियां पूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि, सरकार सतर्क है और सभी राज्यों से संपर्क में है।पिछली लहरों के दौरान बनाए गए ऑक्सीजन प्लांट, ICU बेड आदि की समीक्षा हो चुकी है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर योजना तैयार है।
क्या यह एक और लहर की शुरुआत है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह नई लहर की शुरुआत नहीं है, लेकिन बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम में बदलाव, लोगों की लापरवाही (मास्क न पहनना, भीड़-भाड़) से केस बढ़े हैं।
कोरोना से कैसे बचें
- भीड़भाड़ से बचें
- मास्क पहनें
- हाथों की सफाई करें
- लक्षण दिखें तो तुरंत टेस्ट कराएं
JN.1 वैरिएंट बना मुख्य कारण
स्वास्थ्य विभाग और INSACOG के अनुसार भारत में अभी सबसे अधिक मामले JN.1 वैरिएंट के हैं, जो ओमिक्रॉन के BA.2.86 स्ट्रेन का हिस्सा है। इसके अलावा दो नए वैरिएंट्स- NB.1.8.1 (A435S, V445H, T478I जैसे म्यूटेशन के साथ), LF.7 (गुजरात में 4 केस) भी सामने आए हैं। हालांकि, WHO ने इन वैरिएंट्स को चिंताजनक नहीं माना, लेकिन इन्हें निगरानी में रखे गए वैरिएंट की श्रेणी में रखा गया है।
क्या है JN.1 वैरिएंट और इसके लक्षण?
JN.1 वैरिएंट, ओमिक्रॉन का BA.2.86 स्ट्रेन है जिसे ‘पिरोला’ भी कहा जाता है। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन होते हैं जो इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं।
संभावित लक्षण:
- बुखार, सिरदर्द
- आंखों में जलन
- सूखी खांसी
- स्वाद या गंध का चले जाना
- गले में खराश, नाक बंद होना
- थकान, मांसपेशियों में दर्द
- दस्त या उल्टी
यह वैरिएंट गंभीर तो नहीं है, लेकिन तेजी से फैलता है।
इन वैरिएंट्स पर कौन सी वैक्सीन असरदार हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, निम्नलिखित वैक्सीन इन वैरिएंट्स पर असरदार हो सकती हैं:
- फाइजर-बायोएनटेक mRNA वैक्सीन
- मॉडर्ना mRNA वैक्सीन
- नोवावैक्स प्रोटीन वैक्सीन
- कोवोवैक्स (XBB.1.5) प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन
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