
पानीपत। हरियाणा कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के शांगरी-ला होटल में रविवार रात कार्रवाई की गई, जहां छौक्कर रुके हुए थे। ईडी की गुरुग्राम जोन टीम ने ‘ऑपरेशन धप्पा’ के तहत उन्हें पकड़ा।
भीड़ के चलते नहीं भाग पाए छौक्कर
छौक्कर होटल के लॉबी एरिया में टहल रहे थे। जब ED की टीम पहुंची तो भीड़ की वजह से वह भाग नहीं सके। टीम ने उन्हें तुरंत काबू में लिया। छौक्कर पिछले कई महीनों से 1500 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग केस में फरार चल रहे थे।
44.55 करोड़ की संपत्ति पहले ही कुर्क
कुछ दिन पहले ईडी ने छौक्कर और उनके परिवार से जुड़ी लगभग 44.55 करोड़ रुपए की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क की थी। इस कार्रवाई में महंगी कारें, नकद, ज्वेलरी और प्रॉपर्टी शामिल थीं।
सस्ते मकानों के नाम पर ठगी
छौक्कर, उनके बेटे सिकंदर और विकास की कंपनी साई आइना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड (अब माहिरा इंफ्राटेक) ने सस्ते मकान देने के नाम पर गुरुग्राम के सेक्टर 68, 103 और 104 में आवास योजना चलाई थी। लोगों से 616.41 करोड़ रुपए लिए गए, लेकिन न घर दिए और न पैसे लौटाए।
ईडी की जांच में क्या आया सामने
ईडी की जांच में सामने आया कि, मकान खरीदारों से जुटाई गई रकम को छौक्कर परिवार ने फर्जी निर्माण खर्च, महंगी ज्वेलरी, शादियों और निजी खर्चों में उड़ा दिया। शिकायत मिलने पर गुरुग्राम पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में तीन आरोपी
तीनों पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। सिकंदर को हरिद्वार से 30 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया गया था, जबकि विकास अब भी फरार है। धर्म सिंह छौक्कर की गिरफ्तारी हाईकोर्ट के सरेंडर आदेश के बाद भी काफी समय से नहीं हो सकी थी।
छापेमारी में क्या-क्या मिला था?
- 4 लग्जरी गाड़ियां (2 फॉर्च्यूनर, 2 मर्सिडीज)
- 14.5 लाख रुपए नकद
- 4.5 लाख की ज्वेलरी
- कंपनी ऑफिस और प्रॉपर्टी सील
हुड्डा के करीबी माने जाते हैं छौक्कर
छौक्कर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। उनका राजनीतिक रसूख उन्हें लंबे समय तक गिरफ्तारी से बचाता रहा। लेकिन अब ईडी उन्हें कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी में है।
विधानसभा चुनाव से पहले टली गिरफ्तारी
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले ही गिरफ्तारी के आदेश दिए थे, लेकिन छौक्कर न सरेंडर हुए, न ही गिरफ्तार। चुनाव के बाद ईडी ने समालखा स्थित उनके घर छापा मारा, पर वे वहां नहीं मिले।