
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को भू-अधिकार योजना के तहत भू-अधिकार पत्र एवं स्थाई पट्टे वितरण के कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। इस कार्यक्रम में हितग्राहियों समेत जनप्रतिनिधि और कलेक्टर्स भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम के दौरान बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह पर भड़क गए।
उन्होंने मीटिंग में डांटते हुए कहा कि कलेक्टर बुरहानपुर इधर-उधर मुंडी नहीं हिलाएं। सामने देखें सीधे। प्रवीण, जब मैं बोल रहा हूं, तो तुम्हें बोलने का अधिकार नहीं है। वहीं सीएम ने कहा कि आपके शहर में अगर कोई बच्चा ऐसा है जो कहीं भीख मांगता है तो वह हम सबके लिए शर्म की बात है।
बुरहानपुर कलेक्टर को लगाई फटकार
भू-अधिकार योजना के तहत भू-अधिकार पत्र एवं स्थाई पट्टे वितरण के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हितग्राहियों समेत जनप्रतिनिधि और कलेक्टर्स भी वर्चुअली शामिल हुए। इस दौरान सीएम को बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह की गतिविधि को देख गुस्सा आ गया। उन्होंने मीटिंग में डांटते हुए कहा कि कलेक्टर बुरहानपुर इधर-उधर मुंडी नहीं हिलाएं। सामने देखें सीधे। प्रवीण, जब मैं बोल रहा हूं, तो तुम्हें बोलने का अधिकार नहीं है। उनका कहना था कि मेरी नजर हर गतिविधि पर रहती है। इस दौरान राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी मौजूद रहे।
बच्चे भीख मांगते दिखे, तो शर्म की बात
मैं एक अपील आप सबसे कर रहा हूं। आपके शहर में अगर कोई बच्चा ऐसा है जो कहीं भीख मांगता है तो वह हम सबके लिए शर्म की बात है। यह कलेक्टर की जवाबदारी है कि ऐसे बच्चों को समझाएं और तत्काल उसके आश्रय की व्यवस्था करें। उसकी पढ़ाई कपड़े आदि के खर्चे की व्यवस्था हम करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने सभी साथियों से आग्रह करता हूं कि आप भी कम से कम एक आंगनवाड़ी अवश्य गोद लें और बच्चों को सुपोषित करने में सहयोग करें मैंने भी गोद ली है।
पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएंगे : सीएम
सीएम ने कहा कि जनता की सेवा का यह महायज्ञ है। हमने अब तक 21 हजार एकड़ जमीन भू-माफियाओं, गुण्डों, माफियाओं से मुक्त कराई है। अब इन जमीनों पर गरीबों का मकान बनेगा। ‘मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना’ में पहले 2014 से जिनका जमीनों पर कब्जा था, वही पात्र थे, लेकिन अब हमने फैसला किया है कि 2018 से भी जिसका कब्जा होगा, उसे भी पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएंगे। आज मैं अपना संकल्प व्यक्त कर रहा हूं कि जिस गरीब के पास रहने की जमीन का टुकड़ा नहीं है, उसको रहने की जमीन का टुकड़ा देकर ही हम चैन की सांस लेंगे।