इंदौर- जूनीइंदौर में रहने वाली एक नाबालिक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। खुदकुशी से पहले उसने परसों सुसाइड नोट लिखकर चार लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया था। परिजनों का आरोप है कि उसे लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा था। जिसके चलते उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। पुलिस ने छात्रा के पिता और भाई के बयान लिए है, जबकि परिवार के कुछ लोगों के बयान होना बाकी है।
जूनीइंदौर पुलिस के मुताबिक डॉली पिता अमर खिलवानी (14) निवासी ख़ातिवाला टेंक है। परिजनों ने बताया डॉली ने परसों रात फांसी लगाकर जान दे दी थी। वहां कक्षा-9वी में पढ़ाई कर रही थी। भाई मयंक ने बताया डॉली ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिखते हुए चार लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त जब्त कर लिया है। डॉली को ब्लैकमेल करने वालों के नाम भी पुलिस के पास ही है। हमें नाम तक नहीं बताये गए। जांच अधिकारी ने हमें बयान लेने थाने बुलाया था, फिलहाल पिता अमर और भाई विशाल के बयान हुए है। परिवार के बाकी लोगों के बयान होना बाकी है। पुलिस का कहना है, परिवार के बयान और जांच के बाद कार्यवाई होंगी।
ड्रेस चेंज करने का बोलकर लगाई फांसी
जूनी इंदौर टीआई अनिल कुमार गुप्ता ने बताया था कि 14 साल की नाबालिग स्टूडेंट ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बच्ची के पिता एक दुकान संचालित करते हैं। परिवार में बच्ची के अलावा दो बड़े भाई हैं। रात में वह पिता को ड्रेस चेंज करने का बोलकर कमरे में गई। काफी देर बाद भी वह बाहर नहीं आई तो पिता और परिवार के अन्य सदस्य रूम के बाहर पहुंचे। काफी आवाज देने के बाद भी उसने कोई जवाब नहीं दिया, तो परिवार के लोग भी घबरा गए। जैसे-तैसे गेट तोड़ा तो अंदर का नजारा देख वे चौंक गए। नाबालिग फंदे पर लटकी थी। वे उसे लेकर तुरंत प्राइवेट अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।