Shivani Gupta
15 Sep 2025
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार मध्यस्थता की बात कहते रहे, लेकिन पाकिस्तान ने ही उनकी पोल खोल दी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने खुलासा किया कि अमेरिका खुद सीजफायर का प्रस्ताव लेकर आया था, जिसे भारत ने यह कहकर ठुकरा दिया कि यह द्विपक्षीय मुद्दा है।
इशाक डार ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने साफ कहा था कि भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि यह दोनों देशों का आपसी मामला है।
मीडिया को दिए इंटरव्यू में इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत से बातचीत के लिए कई बार पहल की। उन्होंने कहा कि हमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से आपत्ति नहीं है, लेकिन भारत इसे केवल द्विपक्षीय मसला मानता है।
इशाक डार ने साफ कहा कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन वह इसके लिए भीख नहीं मांगेगा। उनके अनुसार, हम शांति चाहते हैं और मानते हैं कि बातचीत ही समाधान है। मगर बातचीत के लिए दोनों पक्षों की सहमति जरूरी है, भारत को हम मजबूर नहीं कर सकते।
डार के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कभी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की। सीजफायर का फैसला भी भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच सीधी बातचीत के बाद ही लिया गया।