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आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े के खिलाफ FIR : हरियाणा में करोड़ों की धोखाखड़ी का केस दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला

सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत में बॉलीवुड अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ सहित 13 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और विश्वासघात का मामला दर्ज किया गया है। सोनीपत के विपुल अंतिल ने यह एफआईआर एमपी के इंदौर में पंजीकृत ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के खिलाफ दर्ज कराई है, जो करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गई। इस सोसाइटी के संचालक दुबई में हैं और इन दोनों अभिनेताओं ने इसके प्रमोशन में मदद की थी।

सोसाइटी ने छह साल तक लोगों से पैसे जमा किए, लेकिन जब लोग पैसे वापस मांगने आए तो इसके संचालक गायब हो गए। पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें सोनू सूद का नाम भी जुड़ा है, जो एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। अब इस मामले पर कोर्ट में 25 जनवरी को सुनवाई होगी, जिसमें सोसायटी के पदाधिकारियों को जवाब देना होगा।

क्या है पूरा मामला

पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, विपुल ने बताया कि ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी 16 सितंबर 2016 से हरियाणा सहित कई राज्यों में काम कर रही थी। यह सोसाइटी मध्य प्रदेश के इंदौर में रजिस्टर्ड थी और बहु-राज्य सहकारी समिति अधिनियम के तहत काम करती थी। सोसाइटी ने निवेशकों को फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और आवर्ती जमा (RD) योजनाओं में निवेश करने का प्रस्ताव दिया और अधिक मुनाफे का लालच दिया। इसके साथ ही एजेंटों को ऊंचे इंसेंटिव दिए गए, जिससे उन्होंने बड़े पैमाने पर लोगों से पैसे जमा कराए। सोसाइटी ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग का तरीका अपनाकर खुद को एक भरोसेमंद वित्तीय संस्था के रूप में पेश किया और लोगों को विश्वास दिलाया कि उनका पैसा सुरक्षित रहेगा।

सोसाइटी से जुड़े थे 50 हजार से ज्यादा लोग

विपुल खुद इस सोसाइटी के एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने अकेले 1 हजार से ज्यादा अकाउंट खुलवाए थे, लेकिन इनमें से किसी को भी सोसाइटी ने एक भी पैसा वापस नहीं किया। विपुल के मुताबिक, सोसाइटी का ऑफिस महेंद्रगढ़ में था और पूरे हरियाणा में इसकी 250 से ज्यादा ब्रांच काम कर रही थीं। पूरे राज्य में एजेंटों और निवेशकों को मिलाकर 50 हजार से ज्यादा लोग इस सोसाइटी से जुड़े हुए थे।

एजेंट अपने घर से लोगों को निवेश करने के लिए प्रेरित करते थे और सारा काम ऑनलाइन किया जाता था। इसके अलावा, सोसाइटी नए लोगों को जोड़ने के लिए होटलों में बड़े कार्यक्रम और पार्टियां आयोजित करती थी, जहां एजेंटों को यह विश्वास दिलाया जाता था कि उनका पैसा सुरक्षित रहेगा।

कैसे हुआ खुलासा

विपुल ने बताया कि, सोसाइटी ने 2016 से 2023 तक अच्छे तरीके से काम किया और समय पर निवेशकों को मैच्योरिटी राशि का भुगतान किया। लेकिन एक बार जब सोसाइटी ने अपना आधार तैयार कर लिया, तो उसने अपना असली रूप दिखाना शुरू किया। पहले एजेंटों के इंसेंटिव रोक दिए गए, फिर निवेशकों को उनकी मैच्योरिटी राशि नहीं दी जाने लगी। जब लोग सवाल पूछने लगे, तो अधिकारी इसे सिस्टम अपग्रेडेशन का बहाना बनाकर टालते रहे।

जब निवेशकों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाना शुरू किया, तो सोसाइटी के अधिकारियों ने संपर्क करना बंद कर दिया। इसके बाद जब लोग दफ्तर पहुंचे, तो पता चला कि सभी अधिकारी दफ्तर पर ताला लगाकर फरार हो गए हैं। शिकायत के बाद पुलिस ने बॉलीवुड अभिनेता श्रेयस तलपड़े, आलोक नाथ और 13 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मुरथल थाने में धारा 316(2), 318(2), (4) बीएमएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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