Shivani Gupta
25 Oct 2025
Manisha Dhanwani
25 Oct 2025
Manisha Dhanwani
25 Oct 2025
जम्मू के त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा बुधवार (3 सितंबर) को लगातार नौवें दिन भी स्थगित रही। इस बीच मंदिर जाने वाले मार्ग पर समर प्वाइंट पर भूस्खलन हुआ। राहत की बात यह रही कि घटना के समय कोई यात्री मौजूद नहीं था, इसलिए किसी को नुकसान नहीं हुआ।
रियासी जिले में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से तीर्थयात्रा रोक दी गई है। अधिकारियों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्ग पर बने ठहरने की व्यवस्थाएं भी खाली करा दी हैं।
यात्रा रुकने से कटरा बेस कैंप पर श्रद्धालुओं की भीड़ गायब है। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में आधार शिविर पर 200 मिमी से अधिक बारिश हुई है, जो जम्मू क्षेत्र में सबसे ज्यादा है।
26 अगस्त को अर्धकुंवारी के पास भूस्खलन हुआ था। हादसे में 34 श्रद्धालुओं की मौत और 20 लोग घायल हुए थे। इसके बाद से यात्रा रोक दी गई है, हालांकि मंदिर में पुजारी रोजाना पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
यात्रा बंद होने के कारण कुछ श्रद्धालु मुख्य प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी पर पूजा कर रहे हैं। महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु प्रमोद ने बताया कि उन्होंने पहले से यात्रा की तैयारी की थी, लेकिन अब केवल बाहर से ही पूजा करके लौट रहे हैं।
लगातार बारिश से नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ गया है, बाणगंगा नदी में भी पानी खतरे के निशान पर है। प्रशासन का कहना है कि मार्ग सुरक्षित होने और हालात सुधरने के बाद ही यात्रा दोबारा शुरू की जाएगी। कोविड-19 के बाद यह सबसे लंबा समय है जब यात्रा रुकी हुई है।
साल 2024 में लगभग 95 लाख श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए थे, औसतन 26,000 से ज्यादा लोग रोजाना पहुंचते थे। वित्त वर्ष 2024-25 (जनवरी तक) में श्रद्धालुओं ने 172 करोड़ रुपए दान किए।