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Hathras Stampede : आधी रात को पुलिस ने की बाबा के आश्रम पर छापेमारी, लेकिन खाली हाथ लौटी… कहां गया हाथरस कांड का गुनहगार

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। पुलिस इस कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं के खिलाफ एक्शन लेने में जुटी है। पुलिस ने मैनपुरी, ग्वालियर, कानपुर और हाथरस समेत 8 ठिकानों पर दबिश दी है। पुलिस टीम आश्रम के अंदर करीब 30 मिनट तक छानबीन की, लेकिन भोले बाबा का कुछ पता नहीं चला।

आधी रात को अचानक पहुंची थी पुलिस टीम

नारायण साकार उर्फ बाबा साकार हरि के आश्रम पर अचानक आधी रात में मैनपुरी पुलिस ने छापेमारी कर दी। एसपी सिटी मैनपुरी, CO भोगांव के साथ पुलिस टीमें अचानक बाबा के आश्रम में पहुंच गईं। 30 मिनट से ज्यादा का वक्त पुलिस टीमों ने आश्रम के अंदर बिताया। अफसर बाहर निकले तो कहने लगे हम तो सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था देखने आए थे। बाबा अंदर नहीं है। अंदर 50 से 60 महिला पुरुष श्रद्धालु है जो इस आश्रम में अमूमन आते रहते हैं।

2 महीने के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपेगी टीम

योगी सरकार ने हाथरस कांड की जांच के लिए न्‍यायिक आयोग का गठन किया है। इसकी अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड DG भवेश कुमार सिंह आयोग के सदस्य हैं। आयोग इस नोटिफिकेशन जारी होने के दो महीने के भीतर जांच रिपोर्ट सौंप देगा। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए सुझाव भी देंगे।

पोस्टमार्टम रिपोट में खुलासा

हाथरस हादसे में मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोट में खुलासा हुआ है कि दम घुटने की वजह से ज़्यादातर लोगों की मौत हुई है। साथ ही अधिक दबाव की वजह से सीने की पसली टूटने की बात भी आई सामने।

बाबा को छोड़कर 22 आयोजकों पर FIR

हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में भोले बाबा को छोड़कर 22 आयोजकों पर FIR हुई है। सिर्फ एक नामजद है, बाकी सभी अज्ञात हैं। भोले बाबा हर महीने पहले मंगलवार को सत्संग करता है, जिसमें यूपी, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और पंजाब से लोग आते हैं। ऐसा ही आयोजन हाथरस में था, जिसमें करीब एक लाख से ज्यादा अनुयायी पहुंचे थे।

दोषी को बख्शा नहीं जाएगा : सीएम

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, “हमारी सरकार इस घटना की तह तक जाएगी और साजिशकर्ताओं और जिम्मेदार लोगों को उचित सजा देगी। राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच कर रही है। हम देखेंगे कि यह दुर्घटना है या साजिश।” उन्होंने इस दुखद घटना पर राजनीति करने वाले दलों पर भी निशाना साधा और कहा, “ऐसी घटना पर राजनीति करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। यह पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताने का समय है। सरकार इस मामले में संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

चरणों की धूल लेने टूटी भीड़ और भगदड़ मची

उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। भगदड़ मचने की असल वजह बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए लोग टूट पड़े थे। भोले बाबा जब निकले, तो चरण रज लेने के लिए महिलाएं टूट पड़ीं। भीड़ हटाने के लिए वॉलंटियर्स ने वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी। बचने के लिए भीड़ इधर-उधर भागने लगी और भगदड़ मच गई। लोग फिसले और जमीन पर गिरे, फिर एक-दूसरे को रौंदते हुए निकल गए।

आर्थिक सहायता की घोषणा

प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

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