
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 28 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे के बाद से ही नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फरार है। वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हाथरस का मुआयना कर सकते हैं। पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
रातभर हुआ पोस्टमार्टम
शवों का 4 जिलों अलीगढ़, हाथरस, एटा और आगरा में रातभर पोस्टमार्टम हुआ। परिजन अपनों की लाश को लेकर इधर-उधर भटकते रहे। हालांकि, प्रशासन ने अब तक 121 मौत की पुष्टि की है।
सत्संग में भगदड़ मचने से बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने के बाद हाथरस से आगरा तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिससे कि घायल कहीं जाम में नहीं फंसें। हाथरस बार्डर पर स्थित गोविंदपुर पुलिस चौकी से लेकर खंदौली, ट्रांस यमुना, कमला नगर, न्यू आगरा, हरीपर्वत और एमएम गेट थाने की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया।
सीएम योगी पहुंचेंगे हाथरस
मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने फोन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरे मामले की जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, घटना पार एक रिपोर्ट बनाई जा रही है, जिसे सीएम के सामने रखा जाएगा। वहीं आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथरस आने की संभावना है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सुबह 10:40 बजे आगरा एयरपोर्ट पर उतरेंगे। यहां से सीएम योगी हेलिकॉप्टर के जरिये हाथरस पहुंचेंगे। हाथरस पहुंचने के बाद वह उच्च अधिकारियों से मिलकर हालात का जायजा लेंगे। साथ ही सीएम घायलों से भी मुलाकात कर सकते हैं।
हाथरस हादसे पर सुप्रीम कोर्ट पहुंची याचिका
हाथरस में हुई भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है। याचिका में 5 सदस्यीय एक्सपर्ट कमेटी से सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में जांच कराने की गुहार लगाई गई है। याचिकाकर्ता आज शीघ्र सुनवाई का आग्रह कर सकते हैं। इस घटना पर यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट की मांग की गई है।
हाईकोर्ट का खटखटाया दरवाजा, CBI जांच की उठी मांग
वहीं दूसरी तरफ इस हादसे को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है। वकील गौरव द्विवेदी ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने हाथरस हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है।
घटनास्थल पर फॉरेंसिक यूनिट पहुंची
उत्तर प्रदेश के हाथरस में घटनास्थल पर फॉरेंसिक यूनिट और डॉग स्क्वायड मौजूद हैं। यहां कल भगदड़ मच गई थी, जिसमें अब तक 121 लोगों की मौत हो गई।
आयोजक पर FIR, बाबा का नाम नहीं
दरअसल, ये हादसा मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे फुलरई गांव में हुआ। इस मामले में 22 लोगों के खिलाफ FIR हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में 2 जुलाई 2024 को रात करीब 10:18 बजे दर्ज कराई। इसमें मुख्य सेवादार देवप्रकाश जिस पर एफआईआर दर्ज हुई है, वह हाथरस के सिकंदराराऊ में दमदपुरा में रहता है। बाकी सब अज्ञात हैं। चौंकाने वाली बात है कि इसमें भोले बाबा उर्फ हरि नारायण साकार का नाम ही नहीं है।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत भोले बाबा के मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
चरणों की धूल लेने टूटी भीड़ और भगदड़ मची
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। भगदड़ मचने की असल वजह बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए लोग टूट पड़े थे। भोले बाबा जब निकले, तो चरण रज लेने के लिए महिलाएं टूट पड़ीं। भीड़ हटाने के लिए वॉलंटियर्स ने वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी। बचने के लिए भीड़ इधर-उधर भागने लगी और भगदड़ मच गई। लोग फिसले और जमीन पर गिरे, फिर एक-दूसरे को रौंदते हुए निकल गए।
आर्थिक सहायता की घोषणा
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
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