Aakash Waghmare
19 Nov 2025
वॉशिंगटन डीसी। वॉशिंगटन में सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोप के कई शीर्ष नेताओं के बीच अहम बैठक हुई। इस बैठक में सुरक्षा गारंटी से लेकर युद्धविराम तक पर गहन चर्चा हुई, लेकिन तत्काल सीजफायर को लेकर सहमति नहीं बन सकी। ट्रंप ने साफ कहा कि “इतनी जल्दी सीजफायर संभव नहीं है”। वहीं, जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन बिना शर्त शांति वार्ता को तैयार है लेकिन जमीन की अदला-बदली किसी कीमत पर स्वीकार नहीं होगी।
सुरक्षा गारंटी पर सहमति: अमेरिका और यूरोपीय देश मिलकर यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की रूपरेखा बनाएंगे।
सीजफायर पर असहमति: यूरोप चाहता है कि वार्ता से पहले युद्धविराम हो, लेकिन ट्रंप ने कहा कि “बिना सीजफायर के भी बातचीत हो सकती है।”
पुतिन से फोन पर बातचीत: ट्रंप ने बैठक बीच में रोककर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से करीब 40 मिनट बात की। इसमें पुतिन ने जेलेंस्की से मुलाकात की हामी भरी।
हथियार सौदा: जेलेंस्की ने ऐलान किया कि यूरोप के पैसों से यूक्रेन 90 अरब डॉलर (करीब 8 लाख करोड़ रुपए) के अमेरिकी हथियार खरीदेगा।
ट्रंप ने कहा कि चाहे नतीजा कुछ भी हो, अमेरिका का समर्थन यूक्रेन के साथ बना रहेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि जरूरत पड़ने पर अमेरिकी सैनिक भी भेजे जा सकते हैं। ट्रंप ने माना कि जंग का अंत जरूर होगा, लेकिन कब होगा यह तय नहीं।

जेलेंस्की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, जंग खत्म करने के लिए डिप्लोमैटिक रास्ता अपनाएंगे लेकिन जमीन नहीं छोड़ेंगे। युद्ध के दौरान यूक्रेन में राष्ट्रपति चुनाव कराना संभव नहीं। अमेरिका के हथियार यूक्रेन की सुरक्षा के लिए अनिवार्य हैं। रूस ने द्विपक्षीय बैठक का प्रस्ताव दिया है और वह इसके लिए तैयार हैं।
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्त्ज: रूस के साथ किसी भी वार्ता से पहले सीजफायर जरूरी।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों: सुरक्षा गारंटी पूरे यूरोप की सुरक्षा का हिस्सा है।
ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर: सुरक्षा गारंटी और त्रिपक्षीय बैठक ऐतिहासिक कदम होगा।
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी: दोबारा संघर्ष न हो, यह सबसे बड़ा सवाल है।
नाटो चीफ मार्क रुटे: यूक्रेन के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमले रोकने पर ध्यान देना होगा।
EU चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयेन: यूक्रेनी बच्चों को उनके परिवारों तक वापस लाना जरूरी है।
क्रेमलिन ने पुष्टि की कि ट्रंप और पुतिन की फोन कॉल के बाद दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात पर सहमति बनी है। जर्मन चांसलर मर्त्ज ने कहा कि अगले दो हफ्तों में यह बैठक हो सकती है। हालांकि, यूरोपीय नेताओं ने शर्त रखी है कि इससे पहले युद्धविराम जरूरी है।
बैठक में इटली की पीएम मेलोनी ने युद्ध के मैदान में इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के योगदान का जिक्र किया। वहीं, जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका से मिलने वाले हथियारों के अलावा यूक्रेन खुद ड्रोन भी बनाएगा और इनमें से कुछ अमेरिका खरीदेगा।
अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रुबियो ने कहा कि ट्रंप प्रशासन जेलेंस्की और पुतिन की ऐतिहासिक बैठक की तैयारी कर रहा है। इसके बाद एक त्रिपक्षीय बैठक (ट्रंप-पुतिन-जेलेंस्की) आयोजित की जाएगी। अमेरिका और यूरोप मिलकर सुरक्षा गारंटी का ढांचा तय करेंगे।