इंदौर.. सोमवार शाम कालानी नगर से बड़ा गणपति के बीच शराब के नशे में एक ट्रक चालक ने कई घंटे तक मौत का तांडव सड़कों पर किया। सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए जिसमें साफ तौर पर दिखाई दिया कि ट्रक चालक इतना अधिक नशे में था, कि उसे पास चलती हुई चार पहिया वाहन दो पहिया वाहन उसे कुछ नहीं दिखाई दे रहे थे। वह लगातार सभी को रौंदता हुआ आगे चल रहा था। सोमवार रात तक जहां दो मौत की बात सामने आई थी। वही मंगलवार को सुबह एक और व्यक्ति की मौत होने के बाद मध्य प्रदेश शासन के अपर सचिव इंदौर जाकर घायलों से चर्चा कर पूरे मामले की एक रिपोर्ट बनाने की भी बात सामने आ रही है।
यह थी घटना -
इंदौर में सोमवार शाम 7:20 बजे एरोड्रम इलाके की सड़कों पर एक ट्रक मौत बनकर दौड़ा। नो-एंट्री में घुसा एक लोडेड ट्रक (एमपी 09 जेड पी 4069) सवा किमी तक जो सामने आया, उसे कुचलता गया। ट्रक की टक्कर से कई वाहन इधर-उधर उछलकर गिरते गए। रामचंद्र नगर चौराहे पर ई-रिक्शा और ऑटो भी ट्रक की चपेट में आए। दोनों पलटी खाकर सड़क पर गिर गए। ट्रक के टायरों के निशान 300 मीटर तक सड़क पर दिखाई दे रहे थे। कुछ राहगीरों के शरीर के अंग कटकर रास्ते पर बिखर गए। यह दृश्य देखकर आसपास मौजूद महिलाएं और बच्चे बदहवास हो गए, कई बेहोश भी हो गए।
पुलिस की मीडिया कर्मियों से झड़प-
इधर घटना के बाद बड़ा गणपति चौराहे पर राहगीरों का जमावड़ा लग गया। हृदय विधारक घटना को देखने के लिए लोग आते रहे। जिसे पुलिस भगाते नजर आई। भीड़ बढ़ती देख पुलिस ने उन्हें खदेड़ना शुरू किया। इस दौरान कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों को भी पुलिसकर्मी, डीसीपी, एसीपी कवरेज करने से रोकने लगे जिसके चलते मीडियाकर्मियों ने डीसीपी जोन 4 और एसीपी मल्हारगंज की लू उतार दी। डीसीपी जोन 1 कृष्ण लालचदानी और एडिशल सीपी अमित सिंह ने मामला संभालते हुए आराम से कवरेज करने की बात कही और मामला शांत कराया।
यह लोग हुए घायल
अशोक गोपालानी (71) और उनकी पत्नी काजल (63) अंकिता गोपालानी (30) , संविद दुधानी , पलक जोशी , अनिल कोठारे (35), को राहगीरों ने रामचंद्र चौराहे पर स्थित गीतांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया था वहीं दीक्षा चौहान (16) , महेश केथवास (45) , रजनी कैथवास (35), विपुल शर्मा (28) भाटिया हॉस्पिटल में । जहां गंभीर घायल संस्कृति को भंडारी हॉस्पिटल रेफर किया गया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। महेश और रजनी कैथवास को अरविंदो अस्पताल रेफर किया गया है।
नेताओं का जमावड़ा, जनता का गुस्सा
घटना के बाद अस्पताल में नेताओं का जमावड़ा लग गया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक मालिनी गौड़, ऊषा ठाकुर, गोलू शुक्ला, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे समेत कई नेता घायलों को देखने पहुंचे। लेकिन गुस्साई जनता ने कहा –
“नेता सिर्फ दिखावे के लिए आते हैं, जब रोकथाम की जरूरत होती है तब कोई सामने नहीं आता।” अस्पताल के बाहर लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की –