Shivani Gupta
25 Sep 2025
Mithilesh Yadav
25 Sep 2025
लद्दाख के जाने-माने सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें दोपहर 2:30 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही हिरासत में ले लिया गया। वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है, हालांकि अभी तक उन्हें जेल नहीं भेजा गया है। इस कार्रवाई ने क्षेत्र में चल रहे विरोध प्रदर्शनों और हालात पर चिंता और बढ़ा दी है।
एक दिन पहले ही वांगचुक की गैर-लाभकारी संस्था SECMOL का विदेशी चंदा लेने का पंजीकरण (FCRA) गृह मंत्रालय ने रद्द कर दिया था। गौरतलब है कि 24 सितंबर को लद्दाख में हिंसक प्रदर्शन हुआ था, जिसमें पुलिस वाहनों और बीजेपी दफ्तर में आगजनी की गई थी। इस दौरान 4 लोगों की मौत और 70 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
गिरफ्तारी से पहले सोनम वांगचुक ने कहा था कि उन्हें हिंसक घटनाओं का जिम्मेदार ठहराना सरकार की “बलि का बकरा बनाने” की रणनीति है। उन्होंने कहा कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। वांगचुक ने यहां तक कहा था कि वह जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) या कड़े कानूनों के तहत गिरफ्तारी के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें जेल भेजने से लद्दाख की समस्याएं और गहरी हो सकती हैं।