Aniruddh Singh
7 Oct 2025
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार आज गिरावट में खुले। सेंसेक्स आज सुबर 81,671.47 पर खुला और इस समय 9.20 बजे 142.90 अंक की गिरावट के साथ 81,501.49 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। एनएसई का निफ्टी आज सुबह 24,965.80 पर खुला और इस समय 38.80 अंकों की गिरावट के साथ 24,941.85 के स्तर पर लाल निशान में ट्रेड कर रहा है। भारतीय शेयर बाजार ने पिछले 4 दिनों में लगातार मजबूती दिखाई है और सेंसेक्स व निफ्टी दोनों ही ऊंचाई पर हैं। आज शुरू से ही संकेत मिल रहे हैं कि बाजार की तेजी की रफ्तार आज थोड़ी थम सकती है। इसका कारण है ऊंचे स्तरों पर बड़े पैमाने पर मुनाफावसूली यानी निवेशकों द्वारा शेयर बेचकर लाभ लेना।
सुबह के शुरुआती संकेत, गिफ्ट निफ्टी के सौदों से मिले, जब यह लगभग 45 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार करता दिखाई दिया। इससे पता चला कि बाजार आज खुलने पर थोड़ी कमजोरी के साथ शुरुआत कर सकता है। और जब बाजार खुला तो वैसा ही हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही इंडेक्स शुरुआती कारोबार में दबाव में हैं। बीते दिन यानी 19 अगस्त को निफ्टी और सेंसेक्स में शानदार तेजी देखने को मिली थी। ऑटो, ऑयल एंड गैस, धातु और एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों ने बाजार को मजबूती दी। साथ ही मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया था और प्रमुख सूचकांकों से आगे निकल गए। विदेशी निवेशक (एफआईआई) एक बार फिर बिकवाली की ओर लौट आए हैं और उन्होंने लगभग 634 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने बाजार का साथ दिया और 2,261 करोड़ रुपए की खरीदारी की।
तकनीकी दृष्टि से निफ्टी 24,800 के स्तर पर मजबूत सपोर्ट बनाए हुए है। अगर यह 25,050 के ऊपर निकलता है तो तेजी और बढ़ सकती है, क्योंकि वहां कॉल ऑप्शन बेचने वाले फंस सकते हैं और उन्हें अपनी पोजीशन काटनी पड़ेगी, जिससे शॉर्ट कवरिंग होगी। दूसरी ओर, अगर निफ्टी 24,750 के आसपास गिरता भी है तो वहां खरीदारी की संभावना रहेगी। केवल 24,700 के नीचे फिसलना ही सावधानी का संकेत होगा। यानी फिलहाल बाजार में डिप पर खरीदो की रणनीति अपनाना सुरक्षित माना जा रहा है। निफ्टी बैंक इंडेक्स की बात करें तो यह ऊंचे स्तरों पर टिके रहने में सफल रहा है, लेकिन प्राइवेट सेक्टर के बैंक अभी पूरी मजबूती नहीं दिखा रहे हैं। 56,000–56,100 का स्तर इसके लिए बड़ा अवरोध बना हुआ है। अगर यह स्तर टूटता है तो शॉर्ट कवरिंग के कारण तेजी बढ़ सकती है। वहीं नीचे 55,500 के आसपास गिरावट आने पर खरीदारी का मौका देखा जा रहा है। 55,450 के नीचे जाना कमजोरी का पहला संकेत होगा। यानी बैंकिंग शेयरों में भी फिलहाल डिप पर खरीदारी की रणनीति ही सही मानी जा रही है।
वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया विक्स 4.46 प्रतिशत गिरकर 11.79 पर आ गया है। इसका मतलब है कि निवेशकों के बीच डर या घबराहट नहीं है और वे मानकर चल रहे हैं कि बाजार में बड़ी गिरावट की बजाय सीमित दायरे में ही हलचल होगी। साथ ही, पुट-कॉल रेशियो (पीसीआर) 0.85 से बढ़कर 1.11 पर पहुंच गया है। इसका मतलब है कि बाजार में पुट ऑप्शन बेचने वालों की संख्या बढ़ रही है, यानी निवेशकों को भरोसा है कि नीचे की ओर जोखिम सीमित है। आमतौर पर जब पीसीआर 1 के आसपास या उससे ऊपर होता है तो यह बाजार में तेजी के रुझान को दिखाता है। कुल मिलाकर संकेत यह हैं कि भले ही 20 अगस्त को बाजार हल्की गिरावट के साथ खुले, लेकिन मजबूत सपोर्ट और कम वोलैटिलिटी यह दिखाती है कि निवेशकों का भरोसा अभी भी बना हुआ है। जब तक निफ्टी 24,700 और निफ्टी बैंक 55,450 के नीचे नहीं जाते, तब तक बाजार पर तेजी का ही नियंत्रण रहेगा और निवेशकों के लिए गिरावट पर खरीदारी की रणनीति उपयुक्त मानी जा रही है।