Aniruddh Singh
9 Sep 2025
Mithilesh Yadav
8 Sep 2025
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के दो बच्चों ने अपने पिता दिवंगत उद्योगपति संजय कपूर की लगभग 30,000 करोड़ रुपए की संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। बच्चों का आरोप है कि उनकी सौतेली मां प्रिया कपूर उनके पिता की संपत्ति पर पूरा अधिकार जमाने की कोशिश कर रही हैं। प्रिया कपूर संजय कपूर तीसरी पत्नी हैं। करिश्मा कपूर के बच्चों के हाई कोर्ट में जाने से कपूर परिवार की संपत्ति को लेकर कानूनी लड़ाई में नया मोड़ आ गया है। बच्चों की ओर से उनकी मां करिश्मा कपूर ने बतौर लीगल गार्जियन सिविल मुकदमा दायर किया है। इसमें संपत्ति के बंटवारे, खातों का हिसाब-किताब पेश करने और प्रतिवादियों के खिलाफ स्थायी निषेधाज्ञा की मांग की गई है।
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बच्चों का कहना है कि उन्हें अपने पिता की पूरी संपत्ति की जानकारी नहीं है। उन्होंने कुछ ज्ञात संपत्तियों की सूची अदालत को दी है, साथ ही आरोप लगाया है कि प्रिया कपूर ने कई जानकारियां छिपाई हैं और पूरी संपत्ति का खुलासा नहीं किया है। बता दें कि कारोबारी संजय कपूर का निधन 12 जून 2025 को विंडसर (यूके) में पोलो खेलते समय अचानक हो गया था। बच्चों ने अपने पिता के साथ करीबी रिश्ते का हवाला देते हुए कहा है कि वे उनके साथ छुट्टियों पर जाते थे, बिजनेस से जुड़े मौकों पर शामिल रहते थे और पिता ने उन्हें हमेशा आर्थिक सुरक्षा और भविष्य की गारंटी का भरोसा दिया था। उनका कहना है कि संजय कपूर ने उनके नाम से व्यापारिक निवेश किए थे, कई संपत्तियां खरीदी थीं और फैमिली ट्रस्ट में उन्हें लाभार्थी बनाया था।
मुकदमे में यह भी कहा गया है कि पिता के निधन के बाद बच्चों ने उनका अंतिम संस्कार किया था, जिसमें बेटे ने 19 जून को लोधी शवदाह गृह पर चिता को अग्नि दी। संजय कपूर के निधन के तुरंत बाद विवाद बढ़ गया, क्योंकि प्रिया कपूर ने पहले तो वसीयत होने की बात से ही इनकार कर दिया और कहा सारी संपत्ति आरके फैमिली ट्रस्ट के अधीन है। बाद में उन्होंने एक दस्तावेज प्रस्तुत किया, जो 21 मार्च 2025 का बताया गया और उसे वसीयत का रूप दिया गया। बच्चों का आरोप है कि यह दस्तावेज फर्जी है और हेरफेर से तैयार किया गया है। इस मामले में प्रतिवादी कई हैं प्रिया कपूर और उनके बेटे को पहले और दूसरे प्रतिवादी के रूप में रखा गया है, जो वर्तमान में राजोकरी स्थित परिवार के फार्महाउस में रहते हैं। तीसरी प्रतिवादी संजय कपूर की मां हैं और चौथी एक महिला हैं, जिन्होंने खुद को इस विवादित वसीयत की एक्जीक्यूटर बताया है।
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बच्चों का कहना है कि उनके पिता ने कई बार उनके भविष्य और संपत्ति को लेकर स्पष्ट भरोसा दिलाया था, लेकिन पिता के निधन के बाद प्रिया कपूर ने ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेज और संपत्तियों की जानकारी साझा करना बंद कर दिया। यहां तक कि उन्हें सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फॉर्जिंग्स लिमिटेड (सोना कॉमस्टार) की बैठकोंमें बुलाकर कानूनी कागजातों पर हस्ताक्षर करने को कहा गया, लेकिन पूरी जानकारी नहीं दी गई। इस विवाद ने न केवल पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे की जटिलता को उजागर किया है बल्कि यह भी दिखाया है कि अरबों की संपत्ति वाले कारोबारी घरानों में आपसी अविश्वास और अधिकार को लेकर किस तरह टकराव उभर सकते हैं। अब नजरें दिल्ली हाईकोर्ट पर हैं, जहां यह तय होगा कि करिश्मा कपूर के बच्चों को अपने पिता की संपत्ति में कितना और किस रूप में हिस्सा मिलेगा।