
रीवा। मध्य प्रदेश में रीवा पुलिस ने 6 माह के मासूम बच्चे के अपहरण मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। बच्चे के किडनैपिंग मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि एक आरोपी अभी फरार है। 5 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई और अपहरण हुए मासूम को आरोपियों के पास से बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने बताया है कि रीवा से एक 6 माह के बच्चे को 12 लोगों ने मिलकर चुराया था और मुंबई में एक संतान विहीन को 29 लाख रुपए में बेचा दिया था।
माता-पिता के पास सो रहा था बच्चा
दरअसल, 7 मई की रात 6 माह का बालक कॉलेज चौराहे पर अपने माता-पिता के पास सो रहा था। तभी दो आरोपी उसे उठाकर बाइक से भाग निकले थे। मामले में बालक के परिजन ने रीवा पुलिस को सूचना देकर शिकायत दर्ज कराई थी। सिविल लाइन पुलिस ने अपराध क्रमांक 222/2024 धारा 363,370,34 का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश शुरू की। रीवा पुलिस ने आरोपियों को 5 दिन में ही मऊगंज और महाराष्ट्र के कल्याण से पकड़ा और बच्चे को उसके माता-पिता तक सकुशल पहुंचाया। बच्चे के माता-पिता फेरी लगाकर अपना भरण-पोषण करते हैं।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) May 13, 2024
CCTV के आधार पर पुलिस ने मऊगंज में दी दबिश
पुलिस ने इस मामले को अत्यंत संवेदनशील और सनसनीखेज मानते हुए तत्काल बच्चे की तलाश शुरू की। आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने शहर के साथ ही जिलेभर में नाकाबंदी कर दी। पुलिस ने जांच के लिए 3 टीमें गठित की। इन टीमों का नेतृत्व एएसपी रीवा अनिल सोनकर और विवेक लाल को दिया गया। टीमों ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो आरोपी बाइक पर बच्चे को लेकर भागते हुए दिखे। पुलिस ने बाइक के नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान की। आरोपी मो. सलीम और अतुल जयसवाल निवासी मऊगंज को सीसीटीवी के माध्यम से चिह्नित कर लिया। आरोपियों की पहचान होने के बाद पुलिस ने मऊगंज में दबिश देकर निर्जन स्थान से सलीम को घेराबंदी कर पकड़ा। सलीम ने पूछताछ पर पूरी घटना का खुलासा किया।
बच्चे का दो बार हुआ सौदा, पहले 8 लाख फिर 29 लाख में
जांच में पाया गया कि आरोपी नितिन सोनी अपनी पत्नी स्वाती के साथ मऊगंज आया था। जिसने अपने साथी मो. हारून, मो. सलीम, मुस्कान रावत, देवेश जायसवाल और गुड्डू गुप्ता के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। योजना के तहत वे 6 माह के बच्चे को किडनैप कर महाराष्ट्र के मुंबई शहर ले गए। जहां नितिन और स्वाती ने बच्चे को अमोल मधुकर, अरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे को 8 लाख रुपए में बेच दिया। उसी बच्चे को अमोल मधुकर और सेजल ने श्रीकृष्ण संतराम पाटिल को 29 लाख रुपए में बेच दिया। अमोल मुंबई के एक जाने-माने अस्पताल में अटेंडेंर का काम करता है, जबकि उसकी पत्नी अर्बी एक शेयर ट्रेडिंग कंपनी के लिए काम करती है। वहीं कृष्ण संत राम पाटिल महाराष्ट्र के रायगढ़ का रहने वाला है। शादी के कई साल बाद भी उसे कोई संतान नहीं थी तो उसने आरोपियों के साथ मिलकर 29 लाख रुपए में बच्चे का सौदा तय कर डाला।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
रीवा पुलिस ने मामले में मो. सलीम अंगारी उर्फ असलम पिता मोहम्मद मलाम अंसारी (19) निवासी मऊगंज, मो. हारूल उर्फ मुंगेरी पिता मोहम्मद जाहिद (24) मऊगंज, दीवेश जायसवाल उर्फ दादा पिता मुनिमाधव जायसवाल (24) निवासी मऊगंज जिला मऊगंज हाल संजय नगर थाना समान जिला रीवा, मुस्कान रावत उर्फ पार्वती उर्फ पारो पिता देमान रावत (19) निवासी मऊगंज, नितिन सोनी पिता राजेश सोनी (26) वर्ष निवासी कल्याण महाराष्ट्र, स्वाती सोनी पति नितिन सोनी (24) निवासी कल्याण महाराष्ट्र, अमोल अरुणकर पिता मधुकर (35) कल्याण, अर्बी उर्फ सेजल पति अमोल मधुकर अरुणकर (32) निवासी कल्याण, प्रदीप कोलाम्बे निवासी कल्याण, श्रीकृष्ण संताराम पाटिल पिता संताराम (53) निवासी मुखाकचली जिला रायगढ़ महाराष्ट्र, गुड्डू पिता गोविंद प्रसाद (22) निवासी मऊगंज को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। जबकि अतुल पिता रजनीश जायसवाल (25) निवासी मऊगंज की तलाश पुलिस कर रही है।
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