
7 मई 2025 को भारत ने पाकिस्तान और पीओके में घुसकर एयरस्ट्राइक की। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। भारत के इस जवाबी ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया।
इस ऑपरेशन के बाद पूरे देश में जोश और गर्व का माहौल है। सोशल मीडिया पर लोग एक ही डायलॉग बार-बार दोहरा रहे हैं – ‘एक चुटकी सिंदूर’। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये मशहूर डायलॉग किस फिल्म का है और इसे किसने लिखा था?
किस फिल्म से है ‘एक चुटकी सिंदूर’?
‘एक चुटकी सिंदूर’ डायलॉग 2007 में आई सुपरहिट फिल्म ‘ओम शांति ओम’ का है। इस फिल्म को फराह खान ने डायरेक्ट किया था और इसका निर्माण गौरी खान ने रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के बैनर तले किया था।
फिल्म में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में थे, जबकि अर्जुन रामपाल ने विलेन का किरदार निभाया था। इसके अलावा श्रेयस तलपड़े और किरण खेर भी फिल्म में अहम रोल में नजर आए थे।
किस पर फिल्माया गया था ये डायलॉग?
‘एक चुटकी सिंदूर’ डायलॉग फिल्म में दीपिका पादुकोण पर फिल्माया गया था। फिल्म की कहानी पुनर्जन्म पर आधारित है। एक सीन में दीपिका अपनी मांग में सिंदूर भरने की एक्टिंग करते हुए कहती हैं-
“एक चुटकी सिन्दूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू…
ईश्वर का आशीर्वाद होता है एक चुटकी सिन्दूर,
सुहागन के सिर का ताज होता है एक चुटकी सिन्दूर…
हर औरत का ख्वाब होता है एक चुटकी सिन्दूर…”
किसने लिखा था यह डायलॉग?
‘ओम शांति ओम’ फिल्म के डायलॉग मयूर पुरी ने लिखे थे। मयूर पुरी एक प्रसिद्ध स्क्रीनराइटर और गीतकार हैं। उन्होंने इस फिल्म के कई मशहूर डायलॉग्स लिखे थे, जिनमें “पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त” भी शामिल है।
फिल्म की कहानी और पटकथा फराह खान और मुश्ताक शेख ने मिलकर तैयार की थी।
ओम शांति ओम ने कितनी कमाई की थी?
फिल्म का बजट लगभग 40 करोड़ रुपये था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और दुनियाभर में 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी।
फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में इसे 13 नॉमिनेशन मिले थे, जिनमें बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर और बेस्ट एक्ट्रेस शामिल थे। फिल्म को बेस्ट फीमेल डेब्यू (दीपिका पादुकोण) और बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स के लिए दो अवॉर्ड भी मिले।
अब ‘एक चुटकी सिंदूर’ बन गया है देशभक्ति का प्रतीक
भारत की एयरस्ट्राइक के बाद ‘एक चुटकी सिंदूर’ डायलॉग को एक नए अर्थ के साथ देखा जा रहा है। यह अब सिर्फ एक फिल्मी डायलॉग नहीं, बल्कि भारत के जवाबी एक्शन की ताकत और गर्व का प्रतीक बन चुका है।