इंदौर -- बाणगंगा थाना क्षेत्र के मोनी बाबा इलाके की दो युवतियों से दुष्कर्म और लव जिहाद के मामले में आरोपी पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत ने लव जिहाद के आरोपियों को तीन लाख रुपए देना कबूल कर लिया है। कादरी का बेटी के साथ जब आमना सामना हुआ तो बेटी ने कबूला कि फरारी के दौरान होटल और अन्य खर्च का भुगतान भी किया था। लेकिन अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत की फाइल नगर निगम ने दबा दी। पुलिस ने मकान और अवैध निर्माण की जांच के लिए दोबारा चिट्ठी भेजी है।अभी तक अनवर कादरी की पुलिस ने दो संपत्ति की जानकारी भी जुटा ली थी। एक मकान भिस्ती मोहल्ला और एक सदर बाजार(मेन) में है।
एक मकान उसकी पत्नी जुलेखा और दूसरा अनवर के नाम से है। एक मकान में स्वीकृत मानचित्र का उल्लंघन हुआ है। जिम और रेस्त्रां खोला गया है। पुलिस ने उसके संबंध में भी एक महीने पूर्व ही नगर निगम को पत्र लिखा था। निगम अफसरों को अवैध निर्माण की जांच कर कार्रवाई कर लेनी थी। पुलिस ने अब दोबारा निगम को चिट्ठी लिखी है। अनवर फिलहाल जेल में बंद है और उसके खिलाफ बाणगंगा में लव जिहाद के आरोपियों को आर्थिक मदद करने और सदर बाजार में फर्जी दस्तावेजों से आर्म्स लाइसेंस बनवाने का केस दर्ज है। जबकि खजराना में जमीन की हेराफेरी का मामला दर्ज हो चुका है। अनवर डकैत को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे सेन्ट्रल जेल भेजने के आदेश दिए। अब सदर बाजार और खजराना पुलिस प्रोडक्शन वारंट के जरिए आरोपी से पूछताछ करेगी। अनवर पर फर्जी आर्म्स लाइसेंस और 20 साल पुराने धोखाधड़ी मामले में जांच जारी है।
29 अगस्त को लव जिहाद के मामले में आत्मसमर्पण कर चुके कांग्रेसी पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत ने 14 दिन बाद लव जिहाद के दोनों आरोपियों को तीन लाख रुपए देने की बात कबूल कर ली है। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि उसने फरारी के दौरान नेपाल से खरीदी गई सिम इंदौर में सरेंडर करने से पहले की रास्ते में ही फेंक दी थी। कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत (पिता – असलम कादरी, निवासी – 44 सदर बाजार) के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें निरुद्ध करने के आदेश जारी किए हैं। कादरी पर लव जिहाद के लिए फंडिंग करने सहित कुल 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।