मुंबई में ब्लास्ट की धमकी : नोएडा से आरोपी गिरफ्तार, 34 मानव बम लगाने और 14 आतंकियों के घुसने का किया था दावा
मुंबई। गणेश उत्सव के बीच मुंबई को दहलाने वाली धमकी भरी खबर आई थी। मुंबई पुलिस को वॉट्सएप पर मैसेज मिला कि “लश्कर-ए-जिहादी” के 14 आतंकी शहर में घुस चुके हैं और 34 गाड़ियों में 400 किलो आरडीएक्स फिट किया गया है, जिससे एक करोड़ लोगों की मौत हो सकती है। इस संदेश ने पूरे सुरक्षा तंत्र को हिला दिया। जांच में पता चला कि यह धमकी झूठी थी और इसे नोएडा से भेजा गया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
मुंबई क्राइम ब्रांच ने उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर-79 से 50 वर्षीय अश्विन कुमार सुप्रा को गिरफ्तार किया। आरोपी मूल रूप से बिहार के पटना का रहने वाला है और पिछले 5 साल से नोएडा में रहकर ज्योतिष और वास्तु का काम कर रहा था।
धमकी संदेश मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया और ATS समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया। लोकेशन ट्रैक कर आरोपी तक पहुंचने में सिर्फ 24 घंटे लगे।
बदला लेने के लिए भेजा मैसेज
पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि साल 2023 में वह पटना जेल में फ्रॉड केस में तीन महीने तक बंद रहा था। उस केस में फिरोज नामक व्यक्ति ने शिकायत की थी। तब से वह फिरोज से बदला लेना चाहता था। इसी वजह से उसने मुंबई पुलिस को धमकी का मैसेज भेजा और उसमें फिरोज का नाम जोड़ा, ताकि शक उसी पर जाए।
मुंबई को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला आरोपी नोएडा से गिरफ्तार, बिहार का रहने वाला है शख्स, 'लश्कर-ए-जिहादी' के नाम से भेजा था संदेश, वॉट्सएप पर लिखा था- 400kg RDX 34 गाड़ियों में फिट किया #Noida #CrimeBranch @noidapolice #BombThreat #Mumbai #PeoplesUpdate pic.twitter.com/SBTlcRDQDj
— People's Update (@PeoplesUpdate) September 6, 2025
मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद हुए, जिनसे धमकी भेजी गई थी। इसके अलावा पुलिस को 4 सिम कार्ड होल्डर, 6 मेमोरी कार्ड होल्डर और 2 डिजिटल कार्ड भी मिले हैं।
गणेश उत्सव के बीच सुरक्षा अलर्ट
धमकी ऐसे समय पर आई, जब मुंबई में गणेश उत्सव की धूम है और लाखों लोग गणपति विसर्जन में शामिल हो रहे हैं। इस वजह से पुलिस ने सुरक्षा और भी कड़ी कर दी है। पुलिसकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई, ड्रोन से निगरानी की जा रही है और संवेदनशील जगहों पर चेकिंग तेज कर दी गई है।
पुलिस की अपील
मुंबई पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी पुलिस को दें। आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।
मुंबई में हुए प्रमुख बम धमाके और आतंकी हमले
यह धमकी भले ही झूठी निकली, लेकिन इसने मुंबई को 1993 ब्लास्ट, 2006 लोकल ट्रेन सीरियल ब्लास्ट और 26/11 आतंकी हमले जैसी घटनाओं की याद दिला दी। इसी वजह से पुलिस ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया।
12 मार्च 1993 – मुंबई सीरियल ब्लास्ट
इस दिन पूरे शहर में 12 अलग-अलग जगहों पर बम धमाके हुए, जिनमें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और एयर इंडिया बिल्डिंग शामिल थीं। इन धमाकों में लगभग 257 लोगों की मौत हुई और 700 से अधिक लोग घायल हुए।
2 दिसंबर 2002 – घाटकोपर बस धमाका
घाटकोपर क्षेत्र में एक बस में बम विस्फोट हुआ। इस धमाके में 2 लोगों की मौत हुई और लगभग 50 लोग घायल हुए।
27 जनवरी 2003 – विले पार्ले साइकिल बम धमाका
विले पार्ले रेलवे स्टेशन के पास एक बाजार में बम धमाका हुआ। इस घटना में 1 व्यक्ति की मौत और 28 लोग घायल हुए।
13 मार्च 2003 – मुलुंड ट्रेन ब्लास्ट
एक इलेक्ट्रिक ट्रेन के पहले क्लास महिला डिब्बे में बम धमाका हुआ। इस धमाके में 10 लोगों की जान गई और 70 लोग घायल हुए।
28 जुलाई 2003 – घाटकोपर बस धमाका (दूसरी बार)
इस धमाके में एक बस में विस्फोट हुआ, जिसमें 4 लोगों की मौत और 32 लोग घायल हुए।
25 अगस्त 2003 – गेटवे ऑफ इंडिया और झवेरी बाजार ट्विन बम धमाका
दो जगहों पर कार बम विस्फोट हुए। इस धमाके में लगभग 52 लोगों की मौत हुई और 300 से अधिक लोग घायल हुए।
11 जुलाई 2006 – मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट
शाम 6:24 बजे से लगभग 11 मिनट में वेस्टर्न लाइन की लोकल ट्रेनों में 7 अलग-अलग धमाके हुए। इसमें 189 लोग मारे गए और 824 से अधिक घायल हुए।
26 नवंबर 2008 – मुंबई 26/11 आतंकवादी हमला
शहर की ताज होटल, रेलवे स्टेशन और अस्पताल में आतंकवादी हमला हुआ। इस हमले में लगभग 80 लोगों की मौत हुई और 250 लोग घायल हुए। गोलाबारी और बम विस्फोट के कारण शहर में भारी तबाही हुई।
13 जुलाई 2011 – झवेरी बाजार, ओपेरा हाउस, दादर धमाके
तीन अलग-अलग जगहों पर बम धमाके हुए। इन धमाकों में कम से कम 19 लोगों की मौत और 130 से अधिक घायल हुए।
2006 मुंबई ट्रेन सीरियल ब्लास्ट केस
इस मामले में हाईकोर्ट ने 21 जुलाई को सभी 12 आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा कि सबूत, गवाहों के बयान और आरोपियों से बरामद सामग्री दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त नहीं थे। बम बनाने में इस्तेमाल विस्फोटक की रखरखाव और सबूतों की सीलिंग भी ठीक नहीं थी।
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