Aakash Waghmare
5 Dec 2025
Naresh Bhagoria
5 Dec 2025
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के ऑपरेशन में शनिवार को भी सुधार नहीं दिखा। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई एयरपोर्ट पर देर रात तक यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा। पिछले चार दिनों में 2,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे करीब 3 लाख यात्री प्रभावित हुए हैं।
पिछले 4 दिनों में रोजाना 500 फ्लाइट्स लेट हो रही हैं। शनिवार और रविवार को यह संख्या बढ़कर 600 तक पहुंच सकती है। इन दो दिनों में सामान्य दिनों से लगभग एक-तिहाई ज्यादा उड़ानें ऑपरेट होती हैं, इसलिए देरी और रद्द होने की संभावना और बढ़ जाती है।
इंडिगो ने कहा है कि फ्लाइट ऑपरेशन पूरी तरह सामान्य होने में 15 दिसंबर तक का समय लगेगा। वहीं, रेलवे ने यात्रियों की बढ़ी हुई मांग को देखते हुए 37 प्रीमियम ट्रेनों में 116 अतिरिक्त कोच जोड़ दिए हैं। इससे रोजाना करीब 35,000 यात्रियों को फायदा मिलेगा, खासकर उन रूट्स पर जहां इंडिगो के यात्रियों की संख्या अधिक होती है।
SpiceJet के चेयरमैन अजय सिंह ने कहा कि यह स्थिति बेहद दुखद है। यात्रियों की मदद के लिए 2–3 दिनों के अंदर 100 अतिरिक्त उड़ानें शुरू की जाएंगी।
DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने इंडिगो सहित एयरलाइंस को 10 फरवरी 2026 तक अस्थायी राहत दी है। पहले लिए गए उस फैसले को वापस ले लिया गया है जिसमें वीकली रेस्ट के बदले कोई भी छुट्टी देने की अनुमति नहीं थी।
DGCA ने 1 नवंबर से पायलट और क्रू के काम से जुड़े नियमों में बदलाव किए थे। इन्हें फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) कहा गया।
पहला चरण: 1 जुलाई से लागू
दूसरा चरण: 1 नवंबर से लागू
इन नियमों का उद्देश्य पायलटों और क्रू को पर्याप्त आराम देना और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाना है। लेकिन इससे एयरलाइन में पायलट और क्रू की कमी अचानक बढ़ गई।
DGCA के अनुसार, नवंबर में इंडिगो ने कुल 1,232 उड़ानें रद्द कीं। इनमें से 755 उड़ानें सिर्फ FDTL नियमों की वजह से रद्द करनी पड़ीं।