Peoples Reporter
15 Sep 2025
भोपाल। फैशन और ग्लैमर की जगमगाहट से सजी मिसेज इंडिया एशिया 2025 का भव्य समापन 14 सितंबर को दिल्ली के रैडिसन ब्लू होटल में हुआ। फैशन मेराकी द्वारा आयोजित यह चार दिवसीय आयोजन (11 से 14 सितंबर) पूरे एशिया से चुनकर आईं 90 प्रतिभाशाली फाइनलिस्ट के लिए यादगार साबित हुआ। इस मंच पर विवाहित महिलाओं ने अपनी गरिमा, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व की अनूठी झलक पेश की।
इस प्रतियोगिता में भोपाल की डॉ. श्वेता मिश्रा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एलिगेंट कैटेगरी में फर्स्ट रनर-अप का ताज अपने नाम किया। श्वेता ने अपनी शालीनता, आत्मविश्वास और संतुलित व्यक्तित्व से निर्णायकों का दिल जीत लिया। उनकी इस उपलब्धि ने न सिर्फ भोपाल बल्कि पूरे मध्यप्रदेश को गौरवान्वित कर दिया है।
मिसेज इंडिया एशिया 2025 में प्रतिभागियों को उनकी उम्र और व्यक्तित्व के आधार पर अलग-अलग कैटेगरी में विभाजित किया गया था। रेडिएंट कैटेगरी (22-35 वर्ष), एलिगेंट कैटेगरी (35-47 वर्ष) और डैजलिंग कैटेगरी (48-60 वर्ष) में महिलाओं ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। एलिगेंट कैटेगरी में डॉली दीवान विजेता, डॉ. श्वेता मिश्रा फर्स्ट रनर-अप और मंगरी शर्मा सेकेंड रनर-अप रहीं। इन सभी ने अपनी शालीनता, आत्मविश्वास और प्रतिभा से निर्णायकों और दर्शकों का दिल जीत लिया।
डॉ. श्वेता मिश्रा का जन्म 19 जुलाई 1977 को भोपाल में हुआ। वे शरद अग्निहोत्री और प्रतिभा अग्निहोत्री की बेटी हैं। उनकी पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, एम.एल.बी. कॉलेज और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से हुई, जहां से उन्होंने पीएचडी की उपाधि हासिल की।
वर्तमान में श्वेता अपने पति आशीष मिश्रा के साथ गुरुग्राम में रहती हैं। बचपन से ही उन्हें फैशन और मंच पर प्रस्तुति देने का शौक था। स्कूल के दिनों में आयोजित फैशन शो में भी उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया था।
डॉ. श्वेता की उपलब्धि उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है जो अपने सपनों को पूरा करने का साहस रखती हैं। उन्होंने साबित किया कि शिक्षा, आत्मविश्वास और मेहनत से जीवन में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
डॉ. श्वेता मिश्रा ने कहा कि, यह जीत केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि उन तमाम महिलाओं की भी जीत है जो पारिवारिक दायित्वों और पेशेवर जीवन के साथ-साथ अपने जुनून को भी जीवित रखती हैं। उनकी यह उपलब्धि निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेगी।