Manisha Dhanwani
20 Dec 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून की सक्रियता से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। छतरपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर और गुना जिले में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। नदियां उफान पर हैं, पुल टूट गए हैं, वाहन बहने की घटनाएं हो रही हैं और कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से टूट चुका है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए 45 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
रविवार को छतरपुर जिले में धसान नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से एक पिकअप वाहन बह गया। इस हादसे में यूपी के ललितपुर निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो लोग शीशा तोड़कर बाहर निकलने में सफल रहे।
खजुराहो के रनगुवां डैम के 15 गेट खोलने पड़े जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। टीकमगढ़ में बान सुजारा बांध, ग्वालियर के तिघरा डैम, उमरिया के जोहिला डैम, जबलपुर के बरगी डैम और शहडोल के बाणसागर डैम के भी गेट खोल दिए गए हैं।
अशोकनगर की सब्जी मंडी में 4 फीट तक पानी भर गया जिससे व्यापारियों का काफी नुकसान हुआ। कुंडेश्वर के नवोदय विद्यालय में कैंटीन और क्लासरूम जलमग्न हो गए, बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। शिवपुरी में बाइक सवार तीन युवक नाले में बह गए, लेकिन पेड़ों की डालियों को पकड़ कर अपनी जान बचा पाए।
जिले: नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और श्योपुर
संभावित वर्षा: 8 इंच तक
जिले: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, पन्ना, उज्जैन, इंदौर, धार, अलीराजपुर, शाजापुर, देवास, रायसेन आदि
संभावित वर्षा: 2-4 इंच तक
शेष जिलों में हल्की बारिश व गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, मध्य प्रदेश में इस समय मानसून द्रोणिका रेखा गुजर रही है। इसके अलावा पूर्वोत्तर मप्र में चक्रवातीय घेरा और हरियाणा से बंगाल की खाड़ी तक ट्रफ लाइन बनी हुई है। साथ ही जम्मू के पास सक्रिय एक पश्चिमी विक्षोभ भी बारिश को तेज कर रहा है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 12 जुलाई तक प्रदेश में 420.3 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 239.8 मिमी होती है। यानी अब तक 75% ज्यादा वर्षा हो चुकी है।
15 जुलाई: 20 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट
16 जुलाई: पूर्वी मप्र के 19 जिलों में फिर से तेज बारिश की चेतावनी
17-18 जुलाई: पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों में फिर बनेगा नया सिस्टम