विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले मनरेगा योजना का नाम बदले जाने के प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार के फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी महात्मा गांधी के आदर्शों और चरखे की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर गांधी जी के नाम से जुड़ी मनरेगा योजना के लिए बजट देना बंद कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब सरकार इस योजना का नाम बदलने की तैयारी कर रही है। उमंग सिंघार ने सवाल उठाया कि क्या सरकार को बापू के नाम और उनकी विरासत से डर लगता है?
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मनरेगा गरीबों और ग्रामीणों की जीवनरेखा है और उसके नाम व स्वरूप से छेड़छाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
राज्यपाल ने किया चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन
इससे पहले विधानसभा परिसर में ‘विधानसभा की सात दशक की यात्रा’ विषय पर आधारित एक चित्र प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से विधानसभा की गौरवशाली ऐतिहासिक यात्रा, प्रमुख उपलब्धियों और अलग-अलग दौर के संसदीय कार्यों को तस्वीरों के जरिये सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया है।
चित्र प्रदर्शनी में प्रथम विधानसभा के गठन से लेकर वर्तमान 16वीं विधानसभा तक के महत्वपूर्ण पड़ावों, ऐतिहासिक निर्णयों और यादगार क्षणों को संजोया गया है। इसका उद्देश्य जनप्रतिनिधियों और आम लोगों को विधानसभा की लोकतांत्रिक परंपराओं, संघर्षों और उपलब्धियों से रूबरू कराना है।















