Manisha Dhanwani
26 Oct 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश का सिस्टम कमजोर होने से लोगों को तेज बारिश से राहत मिली। 27 अगस्त को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई। इंदौर, उज्जैन और श्योपुर में आधा इंच पानी गिरा, वहीं सागर, शाजापुर, मंदसौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, धार, बालाघाट, खरगोन और रतलाम में भी बूंदाबांदी दर्ज हुई। भोपाल में दिनभर धूप रही, लेकिन शाम को बादलों ने डेरा डाल लिया और हल्की बारिश हुई। नर्मदापुरम में तवा डैम का एक गेट खोला गया।
मौसम विभाग ने बताया कि 28 अगस्त से सिस्टम फिर मजबूत होगा। आज से खरगोन, खंडवा समेत 10 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मानसून ट्रफ की एक्टिविटी और बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर एरिया का असर प्रदेश पर दिखेगा।
खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में अगले 24 घंटे में 2.5 से 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल और इंदौर में रिमझिम बारिश की संभावना जताई गई है।
उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर है। घाटों पर बने मंदिर पानी में डूब गए हैं। धार के मनावर में गुरुवार सुबह तेज बारिश हुई, जिससे स्कूल-कॉलेज और दफ्तर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 17 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज हुई। गुना में सबसे ज्यादा 2 इंच, बालाघाट के मलाजखंड में 1.6 इंच और रतलाम में 1 इंच पानी गिरा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, सीहोर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, उमरिया, दमोह, खंडवा, छतरपुर और सिवनी समेत कई जिलों में हल्की बारिश हुई।