Manisha Dhanwani
2 Dec 2025
बेंगलुरु। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी खींचतान (Karnatak Politics) की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने चार दिन में दूसरी बार साथ बैठकर नाश्ता किया। यह मीटिंग ऐसे समय में हुई है, जब दोनों गुटों के समर्थक अगले मुख्यमंत्री को लेकर खुलकर अपनी मांगें उठा रहे हैं और हाईकमान तनाव खत्म करने की कोशिश में जुटा है।
मंगलवार सुबह CM सिद्धारमैया, शिवकुमार के आवास पहुंचे। डीके शिवकुमार और उनके भाई व पूर्व सांसद डीके सुरेश ने उनका स्वागत किया। मेन्यू में पारंपरिक नाटी चिकन और इडली था। इस मीटिंग का उद्देश्य राजनीतिक संवाद और माहौल को शांत रखना रहा।
इससे पहले 29 नवंबर को पहली बैठक सिद्धारमैया के घर ‘कावेरी’ पर हुई थी। जहां दोनों ने इडली-सांभर के साथ बातचीत की थी और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि, हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है।
कर्नाटक के भीतर जारी घमासान की असली वजह 2023 में मानी जाने वाली 2.5-2.5 साल की अनौपचारिक डील है।
क्यों तनाव बढ़ा?
CM सिद्धारमैया बोले-
DK शिवकुमार बोले-
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मुद्दा |
सिद्धारमैया कैंप |
शिवकुमार कैंप |
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2.5 साल डील |
नकारता है |
इसे लागू करने की मांग |
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हाईकमान की भूमिका |
कैबिनेट विस्तार चाहती है |
पहले नेतृत्व परिवर्तन |
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राजनीतिक संदेश |
5 साल कार्यकाल पूरा करना |
जल्द CM बनाना |
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विधायकों की गतिविधि |
शांत |
दिल्ली जाकर दबाव बढ़ाया |
26 नवंबर- खड़गे का हस्तक्षेप
खड़गे ने कहा कि, हाईकमान हल निकाल लेगा। राहुल–सोनिया इस पर चर्चा करेंगे। राहुल गांधी का संदेश- DKS ने कई दिन संपर्क की कोशिश की। राहुल का जवाब- कृपया प्रतीक्षा करें, मैं कॉल करूंगा।
25 नवंबर- BJP का AI वीडियो हमला
BJP ने DKS का AI वीडियो जारी किया। उन्हें ऑनलाइन मुख्यमंत्री की कुर्सी खरीदते दिखाया। स्क्रीन पर लिखा था- Out of Stock
21 नवंबर- शिवकुमार ने बदली भूमिका
कहा- CM सिद्धारमैया 5 साल पूरा करेंगे। समर्थकों की गतिविधियों के बावजूद, नाराजगी कम दिखाने की कोशिश।
19 नवंबर- प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने के संकेत
डीके शिवकुमार बोले- 6 साल हो गए, अब किसी और को मौका मिले। मैं फ्रंटलाइन में रहूंगा।
16 नवंबर- सिद्धारमैया की खड़गे से मुलाकात
कैबिनेट विस्तार पर चर्चा की खबरें। कांग्रेस नेताओं ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया था।
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पार्टी |
सीटें |
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कांग्रेस |
135 |
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BJP |
66 |
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JD(S) |
19 |
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अन्य |
4 |
2023 चुनाव के बाद हाईकमान के बीच चर्चा चली। उस समय ढाई-ढाई साल के रोटेशन फॉर्मूले की चर्चा थी। जिसके अनुसार, शिवकुमार 2.5 साल बाद CM बन सकते थे। लेकिन कांग्रेस ने कभी इसे ऑफिशियल नहीं माना। यही अस्पष्टता आज का सबसे बड़ा राजनीतिक संकट बन चुकी है।