
भोपाल। मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ से पूरी तरह से अलग हो गए हैं। दिल्ली से लौटे कमलनाथ ने पीसीसी भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, मैंने सोनिया गांधी से कह दिया है कि मैं मध्य प्रदेश नहीं छोड़ूंगा। PFI बैन पर कमलनाथ ने कहा कि आतंकवादी संस्था से जुड़े होने के सबूत होना चाहिए।
#भोपाल: पूर्व #मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ #कमलनाथ ने कहा मुझे #कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनना, मेरा फ़ोकस अभी सिर्फ़ मध्य प्रदेश ही है।@OfficeOfKNath @INCMP #MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/xT16ZBWn28
— Peoples Update (@PeoplesUpdate) September 28, 2022
मैं एमपी नहीं छोडूंगा : कमलनाथ
राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कमलनाथ ने कहा कि मुझे दिल्ली बुलाया गया, लेकिन मैंने कहा कि मैं एमपी नहीं छोडूंगा। वहीं उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह अध्यक्ष बने या नहीं बनें ये उन से पूछिए। अध्यक्ष की कुर्सी पर कौन बैठेगा यह मैं नहीं जानता। मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि मैं अध्यक्ष नहीं बनूंगा। मैंने राहुल गांधी से चर्चा की थी, लेकिन उन्होंने अध्यक्ष बनने से मना कर दिया। इसलिए अब चुनाव हो रहे हैं। शशि थरूर ने मुझसे बात की थी। थरूर ने कहा था कि वे इसलिए पर्चा भरेंगे, क्योंकि चुनाव हो। ऐसा ना लगे कि चुनाव नहीं हो रहे।
अभी मेरा पूरा ध्यान MP पर है : कमलनाथ
कमलनाथ ने बताया कि उन्होंने सोनिया गांधी से कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 12 महीने बचे हैं। वे राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी नहीं ले सकते, क्योंकि मेरा ध्यान मप्र से हट जाएगा। अभी गुजरात का चुनाव है, फिर हिमाचल में चुनाव होंगे, हर प्रदेश की चुनावी रणनीति मैं नहीं बना सकता। अभी मेरा पूरा ध्यान एमपी पर है। मैं अध्यक्ष बनने में ज्यादा दिलचस्पी भी नहीं लेता। मैं इस समय मप्र से अपना ध्यान नहीं हटाना चाहता।
अनुशासनहीनता वालों का नोटिस जारी
कमलनाथ ने कहा कि राजस्थान में अनुशासनहीनता करने वाले विधायकों को नोटिस दिया जा चुका है। साथ ही 10 दिन के अंदर जवाब मांगा है। कमलनाथ ने राजस्थान के इस घटनाक्रम पर कहा कि उनकी अशोक गहलोत से बात हुई थी। उन्होंने तो मीटिंग बुलाई थी। जिन लोगों का व्यवहार सही नहीं था, उनको शोकॉज नोटिस दे दिया गया है।
सबूत हैं, तो जरूर एक्शन लेना चाहिए : कमलनाथ
कमलनाथ ने PFI पर कार्रवाई के संबंध में कहा कि- यदि कोई सबूत है कि वह आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है, आतंकवादी संस्थाओं से जुड़े हैं, तब PFI हो या कोई भी संगठन हो, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। आतंकवादियों से जुड़े होने के कोई सबूत हैं, तो जरूर एक्शन लेना चाहिए। बनावटी सबूत नहीं होना चाहिए।
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दिग्विजय सिंह के RSS और विहिप पर प्रतिबंध लगाने वाले बयान पर कमलनाथ ने कहा- जो भी आतंकवादी संस्थाएं हैं, उनपर प्रतिबंध लगना चाहिए। इसमें मनमानी नहीं हो सकती। इन्होंने PFI की जो जांच की है, वो सामने जरूर आएगी, ये कब तक दबाएंगे। ये पूरा देश जानता है कि जहां चुनाव होता है, वहां ईडी, सीबीआई पहुंच जाती है।