People's Reporter
5 Nov 2025
इंदौर में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने चिकित्सा और शिक्षा की बढ़ती महंगाई पर चिंता जताई और इसे हर व्यक्ति की पहुंच में लाने की आवश्यकता बताई। माधव सृष्टि में 96 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे कैंसर केयर सेंटर के शुभारंभ के मौके पर उन्होंने बिल्डिंग और संसाधनों का निरीक्षण किया और जीवन यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
अपने संबोधन में भागवत ने कहा कि आज शिक्षा और चिकित्सा दोनों ही जरूरतें महंगी हो गई हैं, जो हर व्यक्ति के बस की बात नहीं रह गई हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बचपन में जब वे बीमार पड़े थे, तब उनके शिक्षक घर आए, हालचाल जाना और अगले दिन दवा भी दी। भागवत ने कहा कि यह शिक्षक की वास्तविक भूमिका है और आज शिक्षा देने वालों को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए।
भागवत सुबह ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सामाजिक सद्भाव बैठक में शामिल हुए, जहां इंदौर-उज्जैन संभाग के 180 समाज प्रमुख मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय, सामाजिक और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की और समाज में संभावित परिवर्तनों को लेकर विचार-विमर्श किया। संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर उन्होंने ‘पंच परिवर्तन’ की अवधारणा प्रस्तुत की, जिसमें स्वदेशी जीवनशैली, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक अनुशासन और सामाजिक समरसता जैसे लक्ष्य शामिल हैं।
भागवत ने कहा कि 2 अक्टूबर को स्थापना दिवस पर इन लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में गणवेशधारी स्वयंसेवकों का पथ संचलन, घर-घर संपर्क, छोटे स्तर पर हिंदू सद्भाव मिलन, ब्लॉक स्तर पर समाज के प्रभावी व्यक्तियों की बैठक और जिला स्तर पर बुद्धिजीवियों के साथ चर्चा शामिल होगी। इन बैठकों में आडंबर रहित वातावरण में पंच परिवर्तन के लक्ष्यों को पूरा करने की रणनीति पर विचार होगा।
संघ की परंपरा में 2006 से गुरुजी जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर जिला और तहसील स्तर पर बैठकें होती रही हैं, लेकिन यह पहली बार है जब प्रांत स्तर पर सामाजिक सद्भाव बैठक इंदौर में आयोजित की गई। इस साल सात महीनों में यह भागवत का इंदौर का तीसरा दौरा है।
इंदौर में 96 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे कैंसर केयर सेंटर का निर्माण दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण में 26 करोड़ रुपए की लागत से दो बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और तीन मंजिलों का निर्माण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में हाईटेक मशीनरी और शेष निर्माण कार्य होगा। इस परियोजना में कंपनियों ने सीएसआर के तहत योगदान दिया है और अन्य दानदाताओं का भी सहयोग मिल रहा है।
डॉ. भागवत इस साल पहली बार 3 जनवरी को ‘स्वर शतकम’ कार्यक्रम में शामिल होने इंदौर आए थे, जहां उन्होंने कहा था कि हर अग्रपंक्ति में भारत का नाम होना चाहिए और संघ इसके लिए हर जरूरी प्रयास करेगा। 13 जनवरी को वे फिर इंदौर आए और रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय को देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। उस समय उन्होंने कहा था कि रोजगार और खुशहाली का रास्ता भी राम मंदिर से होकर जाता है और भारत को जापान व इजराइल की तरह प्रगति करनी होगी।