
इंदौर। शहर के कनाड़िया इलाके में शनिवार दोपहर एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। घटना के बाद स्टूडेंट की मां ने देखा तो लोगों की मदद से उसे फंदे से नीचे उतारा। काफी देर तक सीपीआर देने के बाद भी छात्र के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। उसे शाम करीब 4 बजे एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
छात्र के सुसाइड की वजह बनी रहस्य
घटना की जानकारी देते हुए कनाड़िया पुलिस ने बताया कि मामला पिपल्याहाना स्कीम नंबर 140 का है। फांसी लगाने वाले छात्र का नाम फतेह बहादुर पिता रघुनंदन सिंह राजपूत है। पिपल्याहाना के नजदीक वह एक बिल्डिंग में रहता था। वह 9वीं कक्षा का स्टूडेंट था। छात्र की मां ने पुलिस को बताया कि सबकुछ ठीक था। वहीं मौके पर सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिसके चलते सुसाइड के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मां से खाना बनाने को बोलकर लगा ली फांसी
छात्र की मां ने पुलिस को बताया कि बेटे फतेह बहादुर ने शनिवार दोपहर कहा कि वह नहाने जा रहा है। जब तक आप खाने की तैयारी कर लो। इसके बाद वह रूम में गया और तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम चालू कर लिया। आधे घंटे तक रूम से बाहर नहीं आया तो कमरे में जाकर देखा। वह फंदे पर झूल रहा था।
सीपीआर देने के बाद भी नहीं बची जान
मां ने आगे बताया कि उन्होंने तुरंत अपने परिचित को फोन कर बुलाया और उसे जैसे-तैसे फंदे से नीचे उतारा। इसके बाद काफी देर तक सीपीआर देने की कोशिश की गई। इसके बाद एंबुलेंस से एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का रविवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
इकलौता बेटा था छात्र
फतेह बहादुर के पिता शहडोल में किसान हैं और वह इकलौता बेटा था। छात्र कई सालों से इंदौर के डेली कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। वहीं अभी परीक्षा के चलते उसकी मां इंदौर आई हुई थी। वह दोस्त के फ्लैट पर मां के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था।
(इनपुट – हेमंत नागले)