Mithilesh Yadav
22 Sep 2025
Shivani Gupta
22 Sep 2025
Mithilesh Yadav
22 Sep 2025
ग्वालियर। शहर में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाला चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पीपुल्स समाचार की पड़ताल में खुलासा हुआ है कि महाराजपुरा थाना पुलिस ने इनामी हिस्ट्रीशीटर लालू यादव के साथ ऐसा व्यवहार किया, जिससे पुलिस और बदमाशों के बीच गठजोड़ की बू साफ दिखाई देती है। पुलिस की कथित सख्ती और कोर्ट में पेशी के दौरान बदमाश का दबंग अंदाज दोहरी तस्वीर पेश कर रहा है।
क्राइम ब्रांच के दबाव के बाद महाराजपुरा पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर लालू यादव को नाटकीय अंदाज में थाने में हाजिर कराया। अगले दिन दोपहर को पुलिस लालू को पब्लिक के सामने ले गई। इस दौरान वह लंगड़ाते हुए और दर्द से कराहने का अभिनय करता दिखाई दिया। ऐसा माहौल बनाया गया मानो पुलिस ने उसके साथ सख्ती बरती हो।
रविवार रात तक जो लालू यादव लंगड़ा रहा था, वही सोमवार सुबह पूरी तरह फिट दिखाई दिया। कोर्ट में पेशी के समय लालू न केवल बेधड़क चल रहा था बल्कि अपनी प्राइवेट काली स्कॉर्पियो (बिना नंबर) से कोर्ट पहुंचा। यहां वह पुलिस की मौजूदगी में दबंग चाल से हथकड़ी पहने कोर्ट परिसर में घूमता दिखा।
घटनाक्रम ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार सुबह पुलिस लालू को मेडिकल के लिए दो सिपाहियों के साथ लेकर निकली। शुरुआत में वह बाइक पर सवार दिखा, लेकिन थाने से थोड़ा दूर निकलते ही पुलिस और बदमाश दोनों उसकी प्राइवेट स्कॉर्पियो में सवार होकर कोर्ट की ओर रवाना हो गए। यह पूरा घटनाक्रम आसपास मौजूद लोगों और मीडिया के कैमरों में कैद हो गया।
क्राइम ब्रांच लंबे समय से हिस्ट्रीशीटर लालू यादव की तलाश कर रही थी। सूत्र बताते हैं कि जैसे ही क्राइम ब्रांच ने दबाव बनाया, महाराजपुरा पुलिस ने उसे तुरंत हाजिर करवा दिया। पुलिस की यह जल्दबाजी और कोर्ट में पेशी के दौरान दिखाई गई ढील पुलिस और बदमाश के बीच सॉफ्ट कॉर्नर और संभावित मिलीभगत की ओर इशारा करती है।
ग्वालियर के पुलिस कप्तान अपनी सख्त छवि के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस मामले ने उनकी पूरी टीम पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। थाने की इस हरकत ने कप्तान की सख्त कार्रवाई की छवि को कमजोर कर दिया है।