Mithilesh Yadav
22 Sep 2025
Shivani Gupta
22 Sep 2025
Mithilesh Yadav
22 Sep 2025
इंदौर। शहर के रानीपुरा क्षेत्र में सोमवार रात दहला देने वाले हादसे में झंडाचौक के पास स्थित एक तीन मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। घटना रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर हुई, जब लोग अपने-अपने घरों में ही थे। अचानक हुई इस दुर्घटना से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। इमारत गिरते ही जोरदार आवाज हुई और चारों तरफ धूल का गुबार फैल गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू किया। थोड़ी ही देर में पुलिस, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। इस घटना में अब तक 13 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। घायलों में एक तीन माह की मासूम बच्ची भी शामिल है। 4 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायलों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन, डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि डॉक्टरों की एक विशेष टीम मौके पर भेजी गई है, ताकि प्राथमिक उपचार दिया जा सके। प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद अंसारी ने बताया कि यह इमारत सम्मू बाबा नामक व्यक्ति की थी और इसके अंदर उस समय चार परिवारों के लोग मौजूद थे। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने मलबे में फंसे लोगों से फोन पर संपर्क कर उनकी स्थिति जानी। फिलहाल रेस्क्यू टीम दो जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम कर रही है और अभी भी दो लोग अंदर फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव और स्थानीय विधायक गोलू शुक्ला सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए थे, जिसके कारण पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिजली विभाग ने इलाके की बिजली काट दी है और रेस्क्यू टीम ने बिजली के तार हटाकर राहत कार्य को तेज कर दिया है। जानकारी के अनुसार यह इमारत करीब 10 से 15 साल पुरानी थी और लंबे समय से जर्जर हालत में थी। हाल ही में हुई लगातार बारिश के कारण इमारत में दरारें पड़ गई थीं, लेकिन समय पर इसकी मरम्मत नहीं की गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे के समय इमारत के कुछ लोग बाहर थे, जिससे बड़ी संख्या में जनहानि होने से बचाव हुआ।
हालांकि, अंदर मौजूद लोग अचानक गिरी इमारत की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों में अल्ताफ, रफीउद्दीन, यासीरा, नबी अहमद, सबीस्ता अंसारी, सैबुद्दीन, सलमा बी, आलिया अंसारी, शाहिदा अंसारी और अमीनुद्दीन आदि शामिल हैं। फिलहाल पुलिस और प्रशासन इमारत गिरने के कारणों की जांच कर रहे हैं। प्राथमिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि इमारत की नींव कमजोर हो गई थी और लगातार बारिश से यह और कमजोर हो गई, जिसके कारण यह गिर गई। हालांकि, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं निर्माण के दौरान कोई तकनीकी खामी या लापरवाही तो नहीं हुई थी। इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है और लोग अपने पुराने मकानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। प्रशासन ने आसपास की जर्जर इमारतों का तुरंत सर्वे कराने का आदेश दिया है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। घटनास्थल पर राहत कार्य लगातार जारी है और बचाव दल पूरी कोशिश कर रहा है कि मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।