Manisha Dhanwani
7 Dec 2025
पणजी। गोवा के अरपोरा में एक नाइट क्लब में भीषण हादसा हो गया। यहां सिलेंडर ब्लास्ट होने से 23 लोगों की मौत हो गई, फिलहाल घायलों का आंकड़ा सामने नहीं आया है। आधी रात हुए इस Goa Nightclub Fire में सिर्फ कुछ ही मिनटों में हालात इतने खराब हो गए कि लोग बाहर निकल भी नहीं पाए। यह घटना एक बार फिर बताती है कि फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी कितनी बड़ी त्रासदी ला सकती है।
जानकारी के मुताबिक, हादसा उत्तरी गोवा के अरपोरा गांव के लोकप्रिय रेस्टोरेंट-कम-नाइट क्लब Birch by Romeo Lane में हुआ। यहां शनिवार देर रात किचन एरिया में एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही सेकंड में किचन से लेकर बेसमेंट तक धुआं भर गया। उस समय क्लब में बड़ी संख्या में स्टाफ और कुछ टूरिस्ट मौजूद थे।
गोवा पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने पुष्टि की कि हादसे में 23 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में 20 पुरुष, 3 महिलाएं शामिल हैं। अधिकतर लोगों की मौत धुएं के कारण दम घुटने से हुई, जबकि 3 लोग आग की लपटों में घिरकर जल गए। कई लोग घबराहट में बाहर निकलने के बजाय बेसमेंट की ओर भागे, जिससे हालात और खराब हो गए क्योंकि वहां पहले से घना धुआं भर चुका था।
दमकल विभाग, पुलिस और मेडिकल टीमों ने पूरी रात राहत कार्य चलाया। तेज लपटें और गहरा धुआं रेस्क्यू में बड़ी बाधा बने। दर्जनों लोगों को समय रहते बाहर निकाला गया। सभी शवों को बांबोलिम के गोवा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। स्थानीय विधायक माइकल लोबो ने कहा कि, आग पर काबू पाने में पूरी रात लग गई।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और इसे “बहुत दर्दनाक और दुखद दिन” बताया। सीएम ने कहा कि, क्लब में फायर सेफ्टी को लेकर गंभीर खामियां दिखाई दे रही हैं। घटना की उच्च-स्तरीय जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। मृतकों में 3-4 पर्यटक भी शामिल हैं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि, क्लब के किचन स्टाफ की संख्या ज्यादा थी और अधिकतर वहीं काम कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में प्रभावित लोगों को सहायता राशि देने की घोषणा की है। मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। वहीं घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।
प्रशासन की शुरुआती जांच में कई खामियां सामने आई हैं-
इस बात के संकेत मिले हैं कि क्लब ने आवश्यक फायर NOC भी समय पर अपडेट नहीं की थी।
बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने कहा कि, यह घटना बेहद दर्दनाक है। ज्यादातर मारे गए लोग क्लब के कर्मचारी थे। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य के सभी नाइट क्लबों का फायर सेफ्टी ऑडिट जरूरी है। जिन क्लबों के पास अनुमति नहीं होगी, उनके लाइसेंस रद्द किए जाएं। उन्होंने यह भी बताया कि, कई लोग बेसमेंट की ओर भागे और वहीं दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
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गोवा DGP आलोक कुमार ने कहा कि कंट्रोल रूम को रात 12:04 बजे आग की सूचना मिली। इसके बाद फायर ब्रिगेड, पुलिस टीम, एंबुलेंस तुरंत रवाना की गईं। उन्होंने बताया कि, आग पर काबू पा लिया गया है और अब पुलिस, FSL और प्रशासन मिलकर कारणों की जांच कर रहे हैं।
इस हादसे ने देशभर में फायर सेफ्टी की कमी पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ बड़े हादसे-
हैदराबाद में बिल्डिंग आग: 17 मौतें
कोलकाता होटल आग: 15 मौतें
गुजरात मनोरंजन पार्क आग: 24 मौतें
यह साफ दिखाता है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी पूरे देश में एक बड़ी समस्या बन चुकी है।
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