Manisha Dhanwani
28 Oct 2025
भोपाल में ड्रग तस्करी और रेप-ब्लैकमेलिंग केस के आरोपियों यासीन और शाहवर मछली के परिवार की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। गुरुवार को हथाईखेड़ा स्थित तीन मंजिला कोठी पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चला दिया। अधिकारियों के मुताबिक यह कोठी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। इससे पहले 30 जुलाई को भी मछली परिवार की कई संपत्तियां तोड़ी जा चुकी थीं।
गुरुवार सुबह भारी पुलिस बल, प्रशासन और नगर निगम की टीम हथाईखेड़ा इलाके में पहुंची। पहले कोठी में रखा सारा सामान बाहर निकाला गया और फिर बुलडोजर से कार्रवाई शुरू हुई। एसडीएम विनोद सोनकिया और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन का कहना है कि कोठी सरकारी जमीन पर बनी थी और उसे नियमानुसार हटाया गया है।
इस कार्रवाई की शुरुआत 30 जुलाई को हुई थी जब मछली परिवार की करीब 50 एकड़ जमीन पर फैली अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर छह निर्माण तोड़े गए थे। उसी दौरान हथाईखेड़ा स्थित इस कोठी को सील कर दिया गया था, ताकि निवासियों को समय मिल सके कि वे सामान बाहर निकाल लें। तय समयसीमा खत्म होते ही गुरुवार को ढहाने की कार्रवाई की गई।
प्रशासन अब मछली परिवार की उन संपत्तियों की जांच कर रहा है जो या तो सरकारी जमीन पर हैं या किसी और से अवैध रूप से छीनी गई हैं। अधिकारियों ने फिलहाल इन मामलों में आधिकारिक बयान देने से इनकार किया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अवैध कब्जा हटाने की यह मुहिम जारी रहेगी।
गौरतलब है कि शाहवर मछली और उसका भतीजा यासीन मछली भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा रेप और ब्लैकमेलिंग के संगीन मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनके पास से एमडी ड्रग, देशी पिस्टल और आपत्तिजनक वीडियो मिले थे। दोनों की गिरफ्तारी के बाद चाचा शारिक मछली को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था।
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