
जबलपुर। बिहार में लागू शराबबंदी कानून के बावजूद शराब की तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मंगलवार को जबलपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु-पटना हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन के कोच अटेंडर प्रवचन कुमार महतो को गिरफ्तार किया है। उसके लॉकर से 38 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की गई हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी न सिर्फ निजी इस्तेमाल के लिए बल्कि यात्रियों को भी महंगे दामों में शराब बेचता था।
संदिग्ध हरकत पर हुआ शक, लॉकर से मिली शराब
ये घटना मंगलवार सुबह की है, जब जीआरपी स्टेशन पर पहुंचने वाली ट्रेनों की नियमित जांच कर रही थी। जैसे ही ट्रेन नंबर 22354 बेंगलुरु-पटना हमसफर एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 5 पर आई, जीआरपी टीम ने तलाशी शुरू कर दी। इसी दौरान कोच अटेंडर प्रवचन कुमार की संदिग्ध हरकतों ने पुलिस का ध्यान खींचा। वह जीआरपी को देखकर घबराहट में कोच से उतरने लगा। शक के आधार पर पुलिस ने उसे रोका और पूछताछ की।
लॉकर खोलने में कर रहा था बहाना
जीआरपी ने जब उससे कोच का लॉकर खोलने को कहा तो वह चाबी नहीं होने का बहाना करने लगा। पुलिस की सख्ती के बाद जब लॉकर खोला गया, तो अंदर से अंग्रेजी शराब की 38 बोतलें मिलीं। प्रवचन ने कबूल किया कि वह शराब दिल्ली से खरीदकर अपने घर पटना ले जा रहा था, जहां शादी समारोह के लिए उसका इस्तेमाल होना था।
शराब बेचने का नेटवर्क भी उजागर
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी लंबे समय से ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को अवैध रूप से शराब सप्लाई करता रहा है। जीआरपी अब यह पता लगाने में जुटी है कि वह कब से ट्रेन में अटेंडर के रूप में कार्यरत है और शराब की तस्करी के इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
जीआरपी थाना प्रभारी बलराम यादव ने बताया कि बिहार में शराबबंदी के चलते उस दिशा में जाने वाली ट्रेनों की नियमित जांच की जाती है। आरोपी का दावा है कि वह शराब बेचने के लिए नहीं, बल्कि पारिवारिक शादी समारोह के लिए ले जा रहा था। हालांकि पुलिस इस दावे की सच्चाई की जांच कर रही है।