Manisha Dhanwani
30 Dec 2025
अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। भिकियासैंण-रामनगर मार्ग पर यात्रियों से भरी बस अचानक खाई में गिर गई। हादसे में कम से कम 7 लोगों की मौत और 11 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हुए। यह हादसा भिकियासैंण से लगभग 4 किलोमीटर दूर शीलापानी (विनायक क्षेत्र) के पास सुबह करीब 8 बजे हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
बस द्वाराहाट-भिकियासैंण-बासोट मार्ग से रामनगर जा रही थी। शुरुआती जानकारी के अनुसार, बस का ड्राइवर अचानक नियंत्रण खो बैठा, जिससे यह खाई में जा गिरी। स्थानीय लोगों ने बताया कि, हादसे वाली जगह संकीर्ण और खतरनाक मार्ग पर स्थित है और बस तेज रफ्तार में जा रही थी।
घटना के तुरंत बाद मौके पर पुलिस और SDRF की टीम पहुंची। स्थानीय ग्रामीणों ने भी बचाव कार्य में मदद की। घायलों को खाई से निकालकर नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया जा सकता है। दुर्गम पहाड़ी इलाके होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
दुर्घटना हुई बस कुमाऊं मोटर ऑनर्स यूनियन (केएमओयू) लिमिटेड की थी और इसका रजिस्ट्रेशन नंबर UK 07PA4025 है। बस रामनगर सुबह 11 बजे पहुंचने वाली थी। हादसे में बस के ड्राइवर और कंडक्टर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि मृतकों और घायलों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
2025 में उत्तराखंड में कई गंभीर सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें यात्रियों की जानें गई और कई लोग घायल हुए।
24 नवंबर 2025 : टिहरी जिले के कुंजापुरी मार्ग पर श्रद्धालुओं की बस खाई में गिर गई थी, जिसमें 5 लोगों की मौत हुई थी।
जनवरी 2025 : पौड़ी गढ़वाल जिले में भी एक बस खाई में गिरने से 4-5 यात्रियों की मौत और कई घायल हुए।
जून 2025 : रूद्रप्रयाग जिले के अलकनंदा नदी के पास तीर्थयात्रियों से भरी बस नदी में गिर गई, जिसमें कुछ यात्रियों की मौत और कई लोग घायल हुए।
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उत्तराखंड में पहाड़ी और संकरी सड़कों पर बसों और अन्य वाहनों के तेज रफ्तार में चलने के कारण हादसे आम हैं। प्रशासन ने कहा है कि, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करवाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। SDRF और पुलिस ने बचाव कार्य को प्राथमिकता दी है और राज्य में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल की जा रही है।