
हर्षित चौरसिया-जबलपुर। प्रदेश में पहली बार अंगदान के प्रति समाज में जागरुकता लाने के लिए शासकीय मेडिकल कॉलेज में उन अंगवीरों की गाथा दिखाई जाएगी, जिनके दान किए गए अंगों से उन जरूरतमंदों को नया जीवन मिला है, जिन्होंने जीवन की आस छोड़ दी थी। यह पहल नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना द्वारा की गई है। इसके लिए मेडिकल अस्पताल व सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में बड़ी-बड़ी स्क्रीनें लगाई जाएंगी।
जनवरी व मार्च में हुए अंगदान
जागरुकता की इस पहल में जबलपुर मुख्यालय के साथ संभाग के उन जिलों को पहले चरण में शामिल किया जाएगा, जहां से अंगदान हुए हैं। बता दें कि 23 जनवरी को जबलपुर के सूरतलाई निवासी 61 वर्षीय दिव्यांग संत बलिराम कुशवाहा ने हार्ट और लिवर दान किया। वहीं 7 मार्च को भेड़ाघाट निवासी पूरन चौधरी (56) ने दोनों किडनी और स्किन डोनेट की।
चलाई जाएगी शॉर्ट फिल्म और रील
डॉ. सक्सेना की इस पहल के मुताबिक जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 23 जनवरी और इसके बाद हाल ही में हुए अंगदान करने वाले अंगवीरों के परिचय के साथ उनके परिजनों के संकल्प को भी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इसके लिए मेडिकल अस्पताल, सुपरस्पेशलिटी में बड़ी स्क्रीन के साथ ही अन्य सेंटरों में चलने वाली एलईडी टीवी में इनकी शॉर्ट फिल्म समय-समय पर चलाई जाएगी।
दो स्क्रीन लगाने की योजना
लोगों में अंगदान के प्रति जागरुकता के लिए मेडिकल अस्पताल, सुपरस्पेशलिटी में बड़ी- बड़ी दो स्क्रीन लगाने की योजना तैयार की गई है। इसमें अंगवीरों के दान के बारे में बताया जाएगा। -डॉ. नवनीत सक्सेना, डीन एनएससीबी मेडिकल कॉलेज, जबलपुर