Hemant Nagle
15 Nov 2025
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर शुक्रवार रात करीब 11:22 बजे एक भीषण धमाका हुआ, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। विस्फोट में नायब तहसीलदार मुजफ्फर अहमद समेत 9 लोगों की मौत हो गई और 29 लोग घायल हो गए। घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी हैं, जिनका इलाज 92 आर्मी बेस हॉस्पिटल और SKIMS सौरा में जारी है। कई शव बुरी तरह जल चुके हैं, इसलिए पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।
अधिकारियों के मुताबिक, धमाका उस समय हुआ जब पुलिस टीम व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल के केस में जब्त किए गए विस्फोटक का सैंपल टेस्ट कर रही थी। यह विस्फोटक हरियाणा के फरीदाबाद में गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल गनई के किराए के घर से मिला था। गनई को दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब तक यह साफ नहीं है कि, पुलिस स्टेशन में पूरा 360 किलो विस्फोटक लाया गया था या केवल कुछ हिस्सा। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि, शवों के अंग 100–200 मीटर दूर तक बिखर गए और थाने की इमारत लगभग पूरी तरह ध्वस्त हो गई।
जानकारी के अनुसार, अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक में ब्लास्ट तभी होता है जब उसमें डेटोनेटर, फ्यूज या किसी बाहरी ट्रिगर का इस्तेमाल किया जाए। इसी वजह से पुलिस हादसे के साथ-साथ आतंकी साजिश की संभावना भी जांच की जा रही है। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े PAFF ग्रुप ने धमाके की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
ब्लास्ट में नौगाम पुलिस स्टेशन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। NIA, SOG और बम स्क्वाड की टीमें मौके पर काम कर रही हैं। आसपास के इलाकों में कड़ी तलाशी, सुरक्षा घेराबंदी और तकनीकी जांच जारी है।
नौगाम पुलिस स्टेशन वही जगह है जहां इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल की पहली FIR दर्ज हुई थी। अक्टूबर में नौगाम के बनपोरा इलाके में आतंकियों के धमकी भरे पोस्टर मिले थे। 19 अक्टूबर को केस दर्ज हुआ और पुलिस ने एक स्पेशल जांच टीम बनाई।
CCTV से तीन आरोपी आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ और मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद पकड़े गए। इन पर पहले भी पत्थरबाजी के केस थे। पूछताछ में इनके पीछे काम करने वाले मौलवी इरफान अहमद का नाम सामने आया, जो डॉक्टरों को कट्टरपंथ की ओर धकेलने में शामिल बताया गया।
जांच आगे बढ़ी तो पुलिस अल-फलाह यूनिवर्सिटी (फरीदाबाद) पहुंची। यहां से से डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया। इनके पास से 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट, पोटैशियम नाइट्रेट और सल्फर सायन जैसा IED सामग्री बरामद हुई।
पुलिस का मानना है कि, यह आतंकी मॉड्यूल तीन डॉक्टरों द्वारा चलाया जा रहा था:
10 नवंबर की शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सफेद i20 कार में हुए धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस ब्लास्ट से जुड़े 8 संदिग्धों में से 6 डॉक्टर होने का खुलासा हुआ है।
गिरफ्तार डॉक्टरों की लिस्ट-
केंद्र सरकार ने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी हमला घोषित कर दिया है।