
प्रभा उपाध्याय-इंदौर। इंदौर यातायात विभाग में एक और नई पहल की शुरुआत हुई है। इस बार विभाग के पुलिस जवानों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए परिवार सहित सम्मानित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, इस सम्मान के साथ उन्हें अगले दिन की छुट्टी भी दी जा रही है, ताकि पुलिस जवान सम्मान की यह खुशियां परिवार के साथ बिता सकें। यह पहल इंदौर यातायात विभाग ने शुरू की है।
इनका हुआ सम्मान
उपनिरीक्षक देवकरण मालवीय, महिला आरक्षक घनी सोनिगर और काजल पटेल को एक बच्ची को उसकी मां से मिलाने के उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान दिया गया। महिला आरक्षक घनी सोनिगरा ने बताया कि एलआईजी चौराहे पर एक ऑटो चालक ने आकर बताया कि यह बच्ची एमआर-9 के आगे रोती हुई मिली तो इसे बैठाकर आपके पास लाया हूं। हमने यातायात कंट्रोल को सूचना दी और बच्ची को एमआईजी थाना लेकर पहुंचे। करीब 1 घंटे बाद बच्ची को उसकी मां के सुपुर्द किया गया।
यह अच्छी पहल
विभाग की तरफ से सम्मान के साथ अगले दिन छुट्टी मिलना बहुत खुशी की बात है। छुट्टी वाले दिन सुबह से शाम तक मैं अपने तीन साल के बच्चे के साथ रही। उसे घुमाने ले गई। उसे जो पसंद था, उसे बनाकर खिलाया। सारे दिन खूब मजे किए। यह एक अच्छी पहल है। हम परिवार और बच्चों को समय बहुत कम दे पाते हैं। जब भी मैं ड्यूटी के लिए निकलती हूं, बच्चा रोने लगता है, उसे उसी हालत में छोड़कर आना पड़ता है। – घनी सोनिगर, महिला आरक्षक
कार्य के प्रति सजग रहेंगे
जवानों का हौंसला बढ़ाने के लिए यह पहल की है। इससे जवान अपने कार्य के प्रति और सजग रहेंगे। परिवार के हाथों ही जवानों का सम्मान करवाया जाता है। शहर में तीन झोन से एक-एक जवान का चयन होता है। लगातार तीन सप्ताह तक सम्मानित जवान को पुलिस ऑफ दा मंथ से नवाजा जाता है, साथ ही छुट्टी व नकद पुरस्कार भी दिया जाता है। – अरविंद तिवारी, डीसीपी, यातायात