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PM मोदी के दौरे से पहले कश्मीर में बढ़ाई सुरक्षा, अलर्ट मोड पर सुरक्षा बल और एजेंसियां

श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को जम्मू दौरे से पहले कश्मीर में सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने रविवार को कश्मीर घाटी समेत पूरे प्रदेश में सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। सुरक्षा स्थिति की बैठक की अध्यक्षता कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिर्दी ने की। अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर श्रीनगर में विभिन्न स्थानों पर प्रवेश और निकास मार्गों पर विशेष जांच चौकियां स्थापित की गई हैं। पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बल शहर और उसके आसपास दर्जनों स्थानों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं।

पीएम मोदी केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए मंगलवार को जम्मू का दौरा कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि जम्मू-कश्मीर की हाई-प्रोफाइल यात्रा के दौरान आतंकवादी कोई विध्वंसक गतिविधि न करें, कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का जम्मू-कश्मीर का यह दूसरा दौरा होगा।

विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे पीएम

पीमए मोदी अपने जम्मू दौरे के दौरान विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन कर सकते हैं, जिनमें जम्मू स्थित एम्स अस्पताल, चिनाब नदी पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल और उधमपुर में देविका नदी परियोजना शामिल हैं। मोदी, संगलदान-बारामूला रेल लिंक पर पहली रेल को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हरी झंडी दिखा सकते हैं, जिसके बाद वह जम्मू में एक जनसभा को भी संबोधित कर सकते हैं।

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की बैठक

रविवार की बैठक कश्मीर में पुलिस नियंत्रण कक्ष में आयोजित की गई और इसमें पुलिस, सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के साथ-साथ राज्य और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बैठक का उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में वीवीआईपी के दौरे के साथ-साथ आने वाले अन्य कार्यक्रमों की प्रत्याशा में सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा करना और उसे मजबूत करना है। बैठक के दौरान, भाग लेने वाले अधिकारियों की ओर से आगामी घटनाओं की पृष्ठभूमि में तैयार की गई सुरक्षा योजनाओं पर एक व्यापक जानकारी दी गई।

सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने पर दिया जोर

खुफिया जानकारी जुटाने और आतंकवाद विरोधी अभियानों को मजबूत करने की अनिवार्यता पर जोर देते हुए, आईजीपी कश्मीर ने अधिकारियों से कमजोर बिंदुओं पर, खासकर महत्वपूर्ण घटनाओं के दौरान सुरक्षा मजबूत करके अप्रिय घटनाओं के जोखिम को कम करने का आग्रह किया, राष्ट्रीय राजमार्ग, सुरंगों, अल्पसंख्यक चौकियों और अन्य महत्वपूर्ण इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। दिन-रात गश्त और जिले के प्रवेश एवं निकास बिंदुओं पर उपस्थिति बढ़ाने के साथ, श्रीनगर के ऊपरी तथा निचले दोनों इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने तथा औचक निरीक्षण को तेज करने के लिए विशिष्ट निर्देश जारी किए गए।

आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के निर्देश

आईजीपी बिर्दी ने आयोजनों के दौरान बढ़ती सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए एसओपी का ध्यान रखने के लिए कर्मियों को ब्रीफिंग के महत्व पर भी जोर दिया। आईजीपी ने संवेदनशील क्षेत्रों की गहन निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर दिया। संभावित आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) और भीतरी इलाकों में कड़ी निगरानी बनाए रखने के लिए सीमावर्ती जिला प्रमुखों को विशेष निर्देश दिए गए थे। आईजीपी ने कश्मीर घाटी के सभी निवासियों और आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक सतर्कता और सक्रिय उपायों के महत्व को दोहराया।

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