Aakash Waghmare
19 Nov 2025
रूस-यूक्रेन युद्ध अभी तक थमा नहीं है और इसी बीच एक नया मामला सामने आया है। 'द डेली गार्जियन' की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस जिन ड्रोन्स से उस पर हमला कर रहा है, उनमें भारत में बने इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। यूक्रेन की सरकार ने इस मुद्दे को भारत सरकार और यूरोपियन यूनियन के सामने उठाया है।
यूक्रेन ने कहा है कि ईरान के बने शाहिद-136 ड्रोन में कुछ ऐसे पुर्जे हैं जो भारतीय कंपनियों ने बनाए हैं। यह ड्रोन रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। यूक्रेन का कहना है कि सिर्फ जुलाई महीने में ही 6,100 से ज्यादा ऐसे ड्रोन्स लॉन्च किए गए।
यूक्रेन का आरोप है कि ड्रोन में इस्तेमाल होने वाला वोल्टेज रेगुलेटर भारत में बना है। इसे विशय इंटरटेक्नोलॉजी नाम की कंपनी ने असेंबल किया है। एक और कंपनी, जो बेंगलुरु की है, ने सिग्नल जनरेटर चिप बनाई है। इसका काम ड्रोन के सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम को जामिंग से बचाना है।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि भारत दोहरे उपयोग वाले उत्पादों का निर्यात अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार ही करता है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी निर्यात हमारे कानूनों का उल्लंघन न करे।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जिन भारतीय कंपनियों के नाम सामने आए हैं, उन्होंने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। साथ ही, अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि इन कंपनियों ने किसी कानून का उल्लंघन किया है।