नई दिल्ली। भारत सरकार ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के वीजा की समय सीमा बढ़ा दी है। बांग्लादेश की मौजूदा अंतरिम सरकार द्वारा उनके प्रत्यर्पण की मांग के बावजूद भारत ने उन्हें राहत दी है। गृह मंत्रालय ने शेख हसीना के भारत में रहने के लिए उनके वीजा की समय सीमा को बढ़ा दिया है। बांग्लादेश की सरकार ने हाल ही में भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की थी। ऐसे में भारत की ओर से लिया गया ये फैसला काफी अहम माना जा रहा है।
शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हाल ही में भारत को औपचारिक रूप से शेख हसीना के प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा था। यह मांग ऐसे समय में की गई, जब शेख हसीना पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया और उनका पासपोर्ट भी रद्द कर दिया गया। हालांकि, भारत ने इस मांग को नजरअंदाज करते हुए शेख हसीना का वीजा बढ़ाने का फैसला किया। गृह मंत्रालय ने इस मुद्दे पर स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल उनके प्रत्यर्पण की कोई योजना नहीं है।
शेख हसीना को छोड़नी पड़ी सत्ता
5 अगस्त को शेख हसीना ढाका से भारत पहुंची थीं। बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों और राजनीतिक अस्थिरता के चलते उन्हें अपना देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। 77 वर्षीय शेख हसीना भारत की राजधानी दिल्ली में रह रही हैं। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनूस की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ कठोर कदम उठाए। उनकी सरकार ने उनके पासपोर्ट को रद्द कर दिया और गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
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