भोपाल। राजधानी भोपाल के कटारा हिल्स निवासी श्रीकांत पांडे कहते हैं कि उनके इलाके में जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे हैं । इसकी शिकायत उन्होंने लोकपथ ऐप के माध्यम से करनी चाहिए लेकिन गड्ढों की फोटो अपलोड नहीं हुई। बार-बार तकनीकी समस्या आ रही है। वहीं ऐप में भी एक भी शिकायत शो नहीं कर रही है। कुछ इसी तरह की स्थिति सागर जिले के राहतगढ़ निवासी शशिभूषण सिंह के साथ भी हुई।
वे बताते हैं कि वे सागर से छतरपुर गए थे, उन्होंने यहां इतने गड्ढे देखे कि बीस साल पहले की स्थिति याद आ गई। उधर पीडब्ल्यूडी का दावा है कि 30 दिन में 1,611 शिकायतें दर्ज हुई हैं। इनमें 170 मामले पेंडिंग हैं। मालूम हो कि ऐप का शुभारंभ सीएम ने 2 जुलाई को किया था। ऐप में रजिस्टर्ड 1,220 सड़कों की सूची है जिनकी शिकायत कर सकते हैं।
राजधानी भोपाल की हर सड़क पर गड्ढे हैं, लेकिन अब तक इनकी कोई शिकायत लोकपथ ऐप में दर्ज नहीं हुई है। इस संबंध में शिवाजी नगर के सुरेन्द्र नापित कहते हैं कि बोर्ड ऑफिस चौराहा से मंत्रालय जाते समय इतने गड्ढों से गुजरना पड़ता है कि समय पर ऑफिस नहीं पहुंच पाते। विभाग के ऐप के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
बैरसिया-बिलखिरिया अमझेरा मार्ग, भदभदा-बिलकिससगंज, भदभदा रोड (लिली टॉकीज क्रॉसरोड से भदभदा ब्रिज), भोपाल-चिकलोद रोड, भोपाल टॉकीज क्रॉसरोड से रेलवे क्रॉसिंग, बोर्ड ऑफिस चौराहा से जिंसी तिराहा, फंदा तूमड़ा झरखेड़ा, हबीबगंज नाका से रायसेन रोड व्हाया सुभाषनगर, हमीदिया रोड से बोगदा ब्रिज, जेके रोड, कालापीपल रोड आदि।
लोक पथ ऐप के उपयोग से न केवल गड्ढों की जल्द मरम्मत संभव होगी बल्कि इससे नागरिकों की भागीदारी भी बढ़ेगी। ऐप की जानकारी ज्यादातर लोगों तक पहुंचाने के प्रयास है। यह यातायात के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। -आरके मेहरा,ईएनसी पीडब्ल्यूडी