Naresh Bhagoria
5 Nov 2025
पितृपक्ष वह समय होता है जब हम अपने पूर्वजों की पूजा करते हैं। उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और अन्य धार्मिक कार्य किए जाते हैं। इस दौरान सात्विक जीवन जीने की सलाह दी जाती है और कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। इस समय कुछ चीजों को खरीदना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितृ नाराज हो सकते है।
लोहा या लोहे से बने सामान- इस दौरान लोहे का सामान खरीदना सही नहीं माना जाता।
नए कपड़े- नई ड्रेस या कपड़े खरीदने से बचें।
सोने-चांदी के आभूषण- सोने-चांदी की खरीदारी न करें।
वाहन- कार, बाइक आदि खरीदना भी वर्जित है।
जमीन या मकान- संपत्ति खरीदने से बचें।
जूते-चप्पल- इस दौरान नए जूते या चप्पल न खरीदें।
शादी या अन्य मांगलिक कार्य का सामान- इस समय विवाह या शुभ अवसर से जुड़े सामान की खरीदारी न करें।
झाड़ू- इसे भी खरीदना अशुभ माना जाता है।
इन चीजों को खरीदकर दान भी किया जा सकता है। इससे पितरों की तृप्ति होती है और उनका आशीर्वाद मिलता है।
अगर आप पितृपक्ष के समय धार्मिक नियमों का पालन करते हैं तो आपके जीवन की परेशानियां दूर हो सकती हैं। साथ ही पितृदोष से भी मुक्ति मिलती है। श्राद्ध और तर्पण करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वे आप पर कृपा करते हैं। इसलिए इस समय संयम, सात्विक भोजन और शुभ कार्यों का ध्यान रखना चाहिए।