Manisha Dhanwani
6 Dec 2025
काबुल/इस्लामाबाद। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव (Pakistan-Afghanistan Clash) लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार देर रात चमन-स्पिन बोल्डक बॉर्डर पर दोनों देशों की ओर से भीषण गोलीबारी हुई। इस फायरिंग में मोर्टार, भारी हथियार और लगातार राउंड दागे गए, जिससे सीमा के दोनों ओर भारी दहशत फैल गई। यह झड़प ऐसे समय में सामने आई है जब दोनों देशों के बीच संबंध पहले ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
अफगानिस्तान के स्पीन बोल्डक क्षेत्र और पाकिस्तान के चमन इलाके में शुक्रवार रात अचानक भीषण फायरिंग शुरू हो गई। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, गोलाबारी इतनी तीव्र थी कि लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा। अफगान अधिकारियों ने पुष्टि की है कि, पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में चार अफगान नागरिकों की मौत हो गई। वहीं पाकिस्तानी अस्पतालों में भी कई घायलों के पहुंचने की जानकारी सामने आई है, हालांकि पाकिस्तान ने मौतों की पुष्टि नहीं की है। क्वेटा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फायरिंग रात 10 बजे शुरू हुई और काफी देर तक जारी रही।
सीमा विवाद में हमेशा की तरह इस बार भी पाक और अफगान अधिकारी एक-दूसरे पर पहले हमला करने की जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
अफगानिस्तान का आरोप
अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद का कहना है कि, पाकिस्तान ने स्पीन बोल्डक पर पहला हमला किया। हमने सिर्फ जवाबी कार्रवाई की।
पाकिस्तान का दावा
पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, अफगान की तरफ से मोर्टार दागे गए। पाकिस्तानी सेना ने सिर्फ रक्षा में फायरिंग की। चमन-कंधार हाईवे पर भी गोलीबारी हुई, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
ISPR की ओर से अब तक कोई बयान नहीं आया है।
चमन बॉर्डर, जिसे Friendship Gate भी कहा जाता है। वो बलूचिस्तान को अफगानिस्तान के कंधार प्रांत से जोड़ता है। पिछले महीने भी इसी क्षेत्र में दोनों देशों के बीच भारी तनाव हुआ था। एक युद्धविराम की घोषणा हुई थी, लेकिन पाकिस्तान ने साफ कहा था कि तकनीकी तौर पर कोई सीजफायर लागू नहीं है, क्योंकि अफगान तालिबान पाकिस्तान में आतंकवादी घुसपैठ को रोकने में असफल रहा है। दोनों देशों के संबंध 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं।
गोलाबारी में फंसे लोग अपना सामान तक नहीं ले पाए। कई परिवार रातोंरात पलायन करने पर मजबूर हो गए। मोर्टार और हैवी फायरिंग की आवाजें देर रात तक सुनाई देती रहीं। अभी तक किसी भी पक्ष ने आधिकारिक रूप से पूरी हताहत संख्या साझा नहीं की है। सीमा पर हालात अभी भी बहुत तनावपूर्ण हैं और सुरक्षा बल हाई-अलर्ट मोड में तैनात हैं।