Shivani Gupta
3 Nov 2025
भोपाल। प्रदेश को 8 दिन बाद नए वन बल प्रमुख और वन्यप्राणी पीसीसीएफ मिलेंगे। लघु वनोपज संघ के साथ राज्य वन विकास निगम में प्रबंध संचालक की भी नियुक्ति हो सकती है। इन चार प्रमुख पदों के लिए सीनियर आईएफएस अफसर अपने लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। इन पदों में नियुक्ति के लिए शासन को जल्द ही प्रस्ताव भेजे जा सकते हैं। वर्तमान वन बल प्रमुख (हॉफ) डॉ. अभय कुमार पाटिल 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं।
उनके स्थान पर वरिष्ठता क्रम में वन्यप्राणी प्रमुख असीम श्रीवास्तव का नाम लगभग तय माना जा रहा है। श्रीवास्तव के हॉफ बनने पर वन्यप्राणी प्रमुख का पद खाली होगा। इस पद के लिए पीसीसीएफ वर्किंग प्लान अतुल श्रीवास्तव के साथ जैव विविधता बोर्ड में सदस्य सचिव पीसीसीएफ विजय कुमार एन. अंबाडे प्रयास कर रहे हैं। इनके अलावा तीन और पीसीसीएफ ने अपने नाम आगे बढ़ाए हैं। ये दोनों नियुक्तियां फरवरी के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।
लघु वनोपज संघ के एमडी के लिए प्रमुख तौर पर पीसीसीएफ दिलीप कुमार और विभाष ठाकुर के नाम सामने आए हैं। दिलीप कुमार पीसीसीएफ पद पर प्रमोशन पाने के पहले संघ में पदस्थ थे, जबकि ठाकुर संघ में रहते पीसीसीएफ पद पर पदोन्नत हुए हैं। फिलहाल उनके पास एमडी का प्रभार है। राज्य वन विकास निगम का एमडी बनने चार नाम सामने आए हैं। इनमें वर्तमान में प्रभारी विवेक जैन का प्रमुखता से नाम लिया जा रहा है। इनके अलावा वन मुख्यालय में पदस्थ पीसीसीएफ प्रशासन-1 राकेश कुमार यादव और एमएस धाकड़ है। खबर यह भी है कि पीसीसीएफ अतुल श्रीवास्तव ने लघु वनोपज संघ का एमडी बनने अपना नाम आगे किया है।
वनोपज संघ के एमडी पुष्कर सिंह दिसंबर माह में रिटायर हो गए। वहीं राज्य वन विकास निगम के एमडी अभय कुमार पाटिल बन बल प्रमुख बना दिए गए। पाटिल सिर्फ एक माह तक ही हॉफ के पद पर रह सकेंगे।
फॉरेस्ट के नए मंत्री बनने के बाद उम्मीद है कि प्रदेश के छह जिलों में रिक्त डीएफओ और इतने ही मुख्य वन संरक्षक पदों पर नियुक्ति हो सकती है। फरवरी के पहले सप्ताह में रिक्त पदों को भरने के लिए प्रस्ताव भेजा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि आईएफएस कॉडर में पद ज्यादा हैं और अधिकारी कम हैं। वन विभाग पिछले पांच साल से लगातार केंद्र सरकार से आईएफएस अफसरों की डिमांड कर रहा है।