Manisha Dhanwani
26 Oct 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में लंबे समय से बारिश की कमी से सूखे जैसे हालात बने हुए थे। अब मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है। इंदौर और उज्जैन समेत कई जिलों में अगले तीन दिन भारी से अति भारी बारिश का पूर्वानुमान है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय लो-प्रेशर सिस्टम और ट्रफ लाइन की वजह से मानसून फिर से जोर पकड़ रहा है।
मौसम विभाग ने 14 अगस्त के लिए बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिर सकता है।
इस सीजन में सबसे कम बारिश इंदौर जिले में हुई है। टॉप-5 कम बारिश वाले जिलों में बड़वानी, बुरहानपुर, खरगोन और खंडवा भी शामिल हैं। वहीं, उज्जैन संभाग के भी कई जिलों में सामान्य से काफी कम पानी गिरा है।
गुना जिले में अब तक सबसे ज्यादा 46.2 इंच बारिश दर्ज की गई है। मंडला, निवाड़ी, टीकमगढ़ और अशोकनगर में भी 42-45 इंच के बीच वर्षा हो चुकी है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर सिस्टम और तीन ट्रफ लाइनों की सक्रियता के कारण बारिश का दौर तेज होगा। अगस्त के दूसरे पखवाड़े में लगातार झमाझम बारिश के आसार हैं, जिससे कई जिलों का कोटा अगस्त में ही पूरा हो सकता है।
15 अगस्त: उज्जैन, रतलाम और धार में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट। नीमच, इंदौर, मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा और अन्य जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट।
16 अगस्त: देवास, बड़वानी और खरगोन में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट। इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, धार, अलीराजपुर और कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी।
मध्यप्रदेश की औसत बारिश 37 इंच है। अभी तक 29.9 इंच यानी 81% बारिश हो चुकी है। अब औसत तक पहुंचने के लिए सिर्फ 7.1 इंच पानी की जरूरत है।
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