
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते इस वक्त कई वर्षों में सबसे अधिक तनावपूर्ण स्थिति में हैं। गुटेरेस ने चेतावनी दी कि अगर हालात नहीं सुधरे, तो इसका असर पूरे दक्षिण एशिया की स्थिरता पर पड़ सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सैन्य समाधान कोई हल नहीं है और युद्ध से समस्याएं और बढ़ सकती हैं।
पहलगाम हमले की कड़ी निंदा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गुटेरेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नागरिकों को निशाना बनाना पूरी तरह अस्वीकार्य है और हमले के दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट रहना चाहिए, लेकिन इसके साथ ही नागरिकों की सुरक्षा और कानून का पालन भी सुनिश्चित करना जरूरी है।
दोनों देशों को संयम बरतने की सलाह
गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान से अपील की कि वे अधिकतम संयम बरतें और तनाव को और बढ़ने से रोकें। उन्होंने कहा, “अब वक्त है कि दोनों देश एक कदम पीछे हटें और हालात को और बिगड़ने से बचाएं।”
उनका कहना था कि अगर तनाव और बढ़ा तो इसका असर सिर्फ इन दो देशों पर नहीं रहेगा बल्कि पूरे क्षेत्र में अस्थिरता फैलेगी।
UN की मध्यस्थता के लिए पेशकश
UN महासचिव ने यह भी कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान चाहें, तो संयुक्त राष्ट्र मध्यस्थता करने और बातचीत के लिए मंच देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि UN हर उस पहल का समर्थन करेगा, जो शांति कायम करने और तनाव कम करने में मददगार हो।
गुटेरेस ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति तभी मुमकिन है जब दोनों देश जिम्मेदारी से व्यवहार करें और विवादों को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाएं।