तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए सीजफायर डील पर सहमति बन गई है। हमास ने संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई से जुड़े मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, इजराइल अभी भी इस पर विचार कर रहा है। अगर इजराइल इस मसौदा समझौते को पर अपनी स्वीकृति देता हैं, तो सीजफायर समझौता को मूर्त रूप दिया जा सकेगा।
हमास ने मसौदा समझौते को दी सहमति
सूत्रों के अनुसार, हमास ने गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई से संबंधित प्रस्तावित मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, इजराइल की ओर से अभी इस पर अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। अधिकारियों ने बताया कि वार्ता के दौरान कुछ महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिससे आने वाले दिनों में युद्ध को समाप्त करने की संभावना बढ़ गई है।
15 महीने से जारी है युद्ध
पश्चिम एशिया में इजराइल और हमास के बीच संघर्ष पिछले 15 महीनों से जारी है। इस लंबे संघर्ष ने न केवल इस क्षेत्र को अस्थिर कर रखा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर चिंता भी बढ़ाई है। अधिकारियों का कहना है कि अगर समझौता हो जाता है, तो यह एक बड़ा कूटनीतिक कदम होगा।
अमेरिका, मिस्र और कतर ने कराई मध्यस्थता
अमेरिका, मिस्र और कतर ने इस युद्ध को समाप्त करने और 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। गाजा में अभी भी करीब 100 इजराइली बंधक हैं। इजराइली सेना का अनुमान है कि इनमें से एक तिहाई बंधकों की मृत्यु हो चुकी है।
समझौते को लेकर जल्दबाजी नहीं
मिस्र के एक अधिकारी ने कहा कि वार्ता में प्रगति हुई है, लेकिन अंतिम समझौता होने में कुछ और दिन लग सकते हैं। उनका कहना है कि दोनों पक्षों का लक्ष्य यह है कि 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले इस समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके।
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