
स्पोर्ट्स डेस्क। ऑस्ट्रेलिया से मिली 3-1 से हार के बाद बीसीसीआई ने सख्त फैसला किया है। बीसीसीआई ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए नियम कड़े कर दिए हैं। अब ऐसे में विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों को टीम बस में ही ट्रेवल करना होगा। अगर टीम 45 दिन के विदेशी दौरे पर है तो खिलाड़ी सिर्फ दो हफ्ते ही अपनी फैमिली के साथ रह सकते हैं। इन नियमों को लेकर कोविड-19 के समय में भी बदलाव किया गया था।
प्राइवेट गाड़ी में ट्रेवल नहीं कर सकते खिलाड़ी
भारतीय टीम को सबसे पहले न्यूजीलैंड के हाथों 3-0 में हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद फिर ऑस्ट्रेलिया से 3-1 बॉर्डर गावस्कार ट्रॉफी में भी हार का सामना करना पड़ा। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की रेस से बाहर होने के बाद बीसीसीआई ने रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के साथ बैठक में नियम बदलने का फैसला लिया। ऑस्ट्रेलिया में सीरीज के दौरान खिलाड़ियों को अपनी प्राइवेट कार में ट्रेवल करते देखा गया था। वहीं, पूरी सीरीज में विराट कोहली केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी अपनी फैमिली के साथ थे।
इससे खिलाड़ी अपने गेम पर फोकस नहीं कर पाते हैं। अब बीसीसीआई ने नियम को बदलने का फैसला लिया है। ऐसे में खिलाड़ी विदेशी सीरीज के दौरान अपनी फैमिली के साथ नहीं रह पाएंगे। अगर टीम 45 दिन या उससे ज्यादा दिनों के लिए सीरीज खेलने विदेश गई है, तो वो सिर्फ दो हफ्ते ही अपनी फैमिली के साथ गुजार सकते हैं। अगर सीरीज 45 दिन से कम है तो एक हफ्ते ही प्लेयर्स फैमिली के साथ रह सकते हैं।
गंभीर के मैनेजर टीम के साथ होटल में नहीं रहेंगे
भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर के मैनेजर गौरव अरोरा को भी बीसीसीआई ने वीआईपी बॉक्स में बैठने से मना कर दिया है। बीसीसीआई ने साफ कहा है, गौरव अरोरा अब टीम के साथ बस में सफर नहीं करेंगे और होटल में भी वो टीम के साथ नहीं रह सकते। जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है कि बीसीसीआई ने सैलरी काटने के विषय पर भी चर्चा की है। अगर सीरीज में कोई खिलाड़ी अच्छी परफॉर्मेंस नहीं कर पाता है तो उसकी सैलरी में कटौती होगी। हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। टीम इंडिया को 22 जनवरी से इग्लैंड से पांच टी-20 और 6 फरवरी से 3 वनडे मैंचो की सीरीज खेलनी हैं। इसके बाद फरवरी में ही टीम चैम्पियंस ट्रॉफी खेलेगी।
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