
भोपाल। मप्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सक्सेना के डीजीपी बनने का रास्ता साफ हो गया है। बुधवार को केंद्र सरकार ने उनके मप्र वापसी के आदेश जारी कर दिए हैं। इससे 1987 बैच के उनके साथी पवन जैन के डीजीपी बनने की संभावना समाप्त हो गई हैं।
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1987 बैच के हैं आईपीएस
1987 बैच के आईपीएस अधिकारियों में वरिष्ठतम अधिकारी सुधीर कुमार सक्सेना अभी केंद्रीय सचिव सुरक्षा के पद पर प्रतिनियुक्ति पर थे, जिनकी सेवाएं प्रदेश को वापस की जा रही हैं। मप्र ने उनकी सेवाएं लौटाने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया था और इस पर आज आदेश जारी हुए हैं। अब नए डीजीपी के रूप में सक्सेना के आदेश जारी होने का रास्ता साफ हो गया है। सक्सेना का नवंबर 2024 में रिटायरमेंट है और उन्हें डीजीपी के रूप में करीब ढाई साल का समय मिलेगा।
6 मार्च को डीजीपी जौहरी का रिटायरमेंट
मप्र के डीजीपी विवेक जौहरी का कार्यकाल 6 मार्च को खत्म होने वाला है और 4 दिन पहले सुधीर कुमार सक्सेना की प्रदेश वापसी के आदेश से पिछले काफी समय से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। इस बीच यह भी संभावना बनी थी कि प्रदेश को एक बार फिर कार्यकारी डीजीपी प्रदेश को मिलेगा।
अरुणा मोहन राव भी होंगे सेवानिवृत्त
1987 बैच की अधिकारी विशेष महानिदेशक प्रशिक्षण अरुण मोहन राव मार्च में सेवानिवृत्त हो जाएंगी। वहीं, विशेष महानिदेशक को ऑपरेटिव फ्रॉड राजेन्द्र कुमार मिश्रा अक्टूबर में सेवानिवृत्त होंगे।