इंदौर। जवाहर टेकरी इलाके में सोमवार को गणेश प्रतिमाएं फेंकने के मामले में नगर निगम एक्शन मोड में दिखा। प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर 7 दैनिक वेतन भोगियों को बर्खास्त (सेवा समाप्त) करने के आदेश जारी कर दिए गए। इसके साथ ही दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताई है। मंगलवार को निगम ने सभी 9 कर्मचारियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज करा दिया।
अपर आयुक्त अभय राजगांवकर मंगलवार को चंदन नगर थाने पहुंचे। यहां उन्होंने हेमराज, सुनील, करण, राजेश रामाजी, मुकेश, लखन, राजू, सुपरवाइजर चंद्रशेखर यादव और अविनाश देशमुख के खिलाफ केस दर्ज कराया। इसके साथ ही जोन 13 के जोनल अधिकारी ब्रजमोहन भगोरिया और कार्यक्रम अधिकारी शैलेष पाटोदी को पद से हटा दिया। ड्यूटी के मुताबिक, उन्हें पूरे समय मौके पर मौजूद रहना था, लेकिन वह गायब हो गए थे।
https://twitter.com/psamachar1/status/1440240822776057858?s=20
भाजपा सांसद ने भी जताई थी नाराजगी
इससे पहले भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने भी घटना की निंदा की थी। उन्होंने मामले में कलेक्टर मनीष सिंह और नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल से बातचीत की थी और प्रतिमाएं फेंकने वाले निगम कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के लिए कहा था।
बीना: गणेश विसर्जन के लिए जाते समय ट्रॉली में फैला करंट, एक की मौत छह घायल; तखत की वजह से बची कई लोगों की जान
ये है मामला
दरअसल, दो दिन पहले इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों ने भगवान गणेशजी की प्रतिमाओं को अपमानित तरीके से विसर्जित किया था। ये वीडियो शहर के धार रोड पर गिट्टी खदान का बताया गया। इसमें शहरभर से विसर्जन के लिए इकठ्ठा की गई मूर्तियों को निगम कर्मी ट्रक और जेसीबी के ऊपर से ही खदान में फेंक रहे हैं। मामले में पहले तो अधिकारियों ने इसे इंदौर का मानने से इंकार कर दिया। जब मामला बढ़ा तो निगम ने सोमवार रात कार्रवाई की।
मप्र में डूबने से 7 लड़कों की मौत, सतना में नहाते वक्त हादसा, भिंड और राजगढ़ में गणेश विसर्जन करने गए थे