
इंदौर। शहर में एक बार फिर लव जिहाद का मामला सामने आया है। मामला इंदौर के परदेशीपुरा थाने की है। पुलिस ने इस केस में बलात्कार और धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर आरोपी को अरेस्ट भी कर लिया था, लेकिन वह पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। अब पुलिस महकमा फरार आरोपी को तलाशने में जगह-जगह छापेमारी कर रहा है, जबकि पीड़िता अपनी सुरक्षा को खतरा बताते हुए पुलिस से गुहार लगा रही है। एक दिन पहले पुलिस ने जफर शेख को उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह पीड़िता को एफआईआर वापस लेने के लिए धमकाने उसके घर पहुंचा था। पुलिस के आला अफसर अब आरोपी के हिरासत से भागने की जांच में भी जुट गए हैं।

जफर ने राहुल बनकर की थी दूसरी शादी
राखी (बदला हुआ नाम) ने परदेशीपुरा पुलिस थाने में शिकायत की थी कि तीन साल पहले वह राहुल नाम के एक युवक से मिली थी। दोनों के बीच दोस्ती हुई और लगभग डेढ़ साल पहले दोनों ने खजराना गणेश मंदिर में शादी कर ली। इसके शादी के बाद राहुल ने अपनी पत्नी को बताया कि उसका असली नाम जफर शेख है और वह पहले से ही शादीशुदा है। उसके दो बच्चे भी हैं। जफर ने राखी को कहा कि वह अपना धर्म छोड़कर हमेशा उसके साथ ही रहेगा। लगभग चार महीने पहले जफर राखी को छोड़कर चला गया। जब राखी ने पता लगाया तो जफर अपनी पहली पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा था। बाद में जफर ने राखी को साफ कह दिया कि अगर साथ रहना है तो अपना धर्म बदलना होगा और दूसरी बीवी बनकर रहना होगा। राखी ने इससे इंकार कर दिया। इसके बाद जफर ने उसे धमकाया और मारपीट भी की। इस घटना के बाद राखी ने थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई।

राखी के भी दो बच्चे, पति की हो चुकी है मौत
राखी ने पुलिस को बताया है कि वह और जफर साथ में काम करते थे। इसी दौरान दोनों की जान-पहचान हुई थी। जफर की तरह राखी भी शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। हालांकि राखी के पति का देहांत हो चुका है। राखी का कहना है कि अपने बच्चों के भविष्य़ को देखते हुए उसने इस रिश्ते को आगे बढ़ाया था, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि वह लव जिहाद का शिकार होने जा रही है। एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह का दावा है कि बीती रात थाने की हवालात से जफर के फरार होने की घटना की जांच के बाद लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।